सन्नी,अनीशा और देवेंद्र बन गए दारोगा,प्रेणना लेने वाली है इनकी सफलता की कहानी..
जमुई ।बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग द्वारा अवर निरीक्षक तथा अलग-अलग पदों के परिणाम घोषित किए गए हैं। इसमें जमुई के बरहट प्रखंड के तीन अभ्यर्थियों ने सफलता प्राप्त किया है। परिणाम जारी होने के बाद सफल अभ्यर्थियों के स्वजनों में खुशी है। मलयपुर थाना क्षेत्र के तोमर टोला मलयपुर गांव निवासी संजीवन कुमार सिंह तथा राखी देवी के पुत्र सन्नी कुमार सिंह अवर निरीक्षक (दारोगा) पद के लिए चयनित हुए हैं।
बेटे की सफलता पर माता-पिता सहित परिवार के अन्य सदस्यों में खुशी है। दारोगा के पद पर चयन होने पर सन्नी ने बताया कि दारोगा परीक्षा की तैयारी गांव में ही रहकर पढ़ाई की। दो बार मैरिट लिस्ट में नाम नहीं आने पर मन विचलित हो गया था। उनके माता पिता ने हौसला अफजाई कर प्रेरणा दी। आज साकार हुआ। सनी के पिता ने बताया कि पढ़ाई के प्रति उसकी लगनशीलता सार्थक हुई। इस वर्ष ही सन्नी के छोटे भाई मणिभूषण कुमार सिंह ने होमगार्ड की बहाली में चयन हुआ है। आज मेरा बड़ा बेटा के दारोगा के पद पर चयन होने पर दुगनी खुशी का अनुभव हो रहा है। उसने परिवार सहित गांव का भी नाम रोशन किया है। सन्नी ने अपनी सफलता को अपने माता-पिता के साथ अपने गुरु मुन्ना झा, सुधांशु सिंह, संजीत सिंह व विक्की पांडेय को दिया है।’
मलयपुर की बेटी भी बनीं दारोगा
दूसरी तरफ मलयपुर थाना क्षेत्र के बस्ती मलयपुर गांव निवासी पुरुषोत्तम वर्णवाल व मंजू वर्णवाल की पुत्री अनिशा वर्णवाल अपने दूसरे प्रयास में दारोगा के पद पर चयन हुआ है। अनिशा की सफलता पर परिवार में खुशी का माहौल है। पिता पुरुषोत्तम वर्णवाल बताते हैं कि बचपन से ही जूली पढ़ाई के प्रति सजग थी। मुझे यह कहने में गर्व हो रहा है कि बेटियां किसी से कम नहीं। अनिशा ने बताया कि पिछले वर्ष की असफलता को भूलकर इस बार नई उम्मीद और कड़ी मेहनत कर दारोगा के पद पर चयन हुआ। पढ़ाई में किसी भी प्रकार की त्रुटि न हो, उसके लिए माता पिता ने हमेशा साथ दिया।
इसके अलावा बरहट थाना क्षेत्र के जावातरी गांव निवासी नागेश्वर यादव के पुत्र देवेंद्र कुमार यादव जो अभी वर्तमान में एमपी पुलिस जबलपुर में कार्यरत है। उन्होंने ने भी बिहार पुलिस अवर सेवा में दारोगा के पद पर चयनित होकर सफलता का परचम लहराया है। देवेंद्र की सफलता से स्वजनों में खुशी है। अपनी सफलता पर हर्ष व्यक्त करते हुए देवेंद्र ने कहा कि मेरी सफलता का श्रेय पिता और माता स्व. पनमा देवी को जाता है। उन्होंने युवाओं से अपील करते हुए नीलेश ने कहा कि परिश्रम करने से सफलता जरूर मिलती है।