जाने बिहार के मौसम हाल,कई हिस्सों में सुबह-सुबह तेज हवा के साथ हल्की बारिश,मौसम हुआ सुहाना…
Bihar Weather News पटना. बिहार में मौसम का मिजाज कुछ बदला है. प्रदेश के कई हिस्सों में शुक्रवार अहले सुबह तेज हवा के साथ हल्की बारिश हुई. इससे तेज धूप और उमस भरी गर्मी से जूझ रहे बिहार वासियों को कुछ हद तक राहत मिलने की उम्मीद है. इससे पहले गुरुवार शाम को भी राजधानी पटना समेत प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश रिकॉर्ड की गई थी. बिहार में पिछले कुछ सप्ताह से लगातार तेज धूप निकल रही है. अच्छी बारिश नहीं होने के कारण सूखे जैसे हालात पैदा हो गए हैं. एक ओर जहां आमलोग पसीने वाली गर्मी से परेशान हैं तो वहीं दूसरी तरफ पर्याप्त बारिश नहीं होने से किसानों की चिंताएं भी बढ़ गई हैं. दक्षिण-पश्चिम मानसून के बिहार में कमजोर पड़ने से खेतीबारी का काम प्रभावित होने की आशंका बढ़ गई है. हालांकि, भारतीय मोसम विभाग ने 18 जुलाई के बाद से मौसम में बदलाव आने की संभावना जताई है.
पटना और आसपास के इलाकों में गुरुवार शाम को तेज हवा के साथ तेज बारिश हुई. इससे शहर के कुछ हिस्सों में पेड़ तक उखड़ गए, जिससे यातायात भी प्रभावित हुआ. वहीं, शुक्रवार सुबह में भी बिहार के कई हिस्सों में तेज हवा के साथ हल्की बारिश रिकॉर्ड की गई है. इससे उमस वाली गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है. बता दें कि प्रदेश में पिछले कुछ सप्ताह से बारिश नहीं हुई है. वहीं, तेज धूप और उमस वाली गर्मी ने लोगों को परेशान कर रखा है. अब उम्मीद है कि लोगों को उमस वाली गर्मी से राहत मिलेगी. बारिश नहीं होने से औसत अधिकतम तापमान में भी बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है, जिसने लोगों की परेशानी और बढ़ा दी है.
औसत अधिकतम तापमान में वृद्धि
बारिश नहीं होने और लगातार धूप निकलने की वजह से बिहार के औसत तापमान में भी वृद्धि दर्ज की गई है. मौसम विभाग के अनुसार, गुरुवार को बिहार में औसत अधिकतम तापमान सामान्य से ज्यादा था. इस वजह से भी आमलोगों को परेशानियों का सामना करन पड़ा. लेकिन अब बारिश होने से मौसम के मिजाज में बदलाव आने की संभावना जताई जा रही है.
18 जुलाई के बाद अच्छी बारिश की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार, 18 जुलाई तक बिहार में अच्छी बारिश की संभावना नहीं है. इस अवधि तक कहीं-कहीं बारिश हो सकती है, लेकिन सामान्य तौर पर तेज बारिश नहीं होगी. मौसम विज्ञानियों का कहना है कि 18 जुलाई के बाद बिहार में अच्छी बारिश हो सकती है. बता दें कि प्रदेश में दक्षिण-पश्चिम मानसून का प्रवेश जून महीने में ही हो गया था. प्रारंभ में प्रदेश के कई हिस्सों में अच्छी बारिश रिकॉर्ड की गई थी. इसके बाद प्रदेश में दक्षिण-पश्चिम मानसून कमजोर पड़ गया. उसके बाद से ही प्रदेशवासियों और किसानों को तेज बारिश का इंतजार है.