समस्तीपुर में राशन की दुकानों के माध्यम से मिलेगा पौष्टिक चावल,तैयारियां शुरू..
फोर्टिफाइड राइस ।समस्तीपुर । कुपोषण खत्म करने के लिए गरीब परिवारों को राशन की दुकानों के माध्यम से पौष्टिक चावल (फोर्टिफाइड राइस) की आपूर्ति जल्द शुरु होगी। इसके लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। उक्त बातें खाद्य निगम के राज्य अध्यक्ष विद्यानंद विकल ने कही। वे बुधवार को यहां पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। कहा कि बिहार में जनवितरण प्रणाली के 8 करोड़ 75 लाख राशन कार्ड उपभोक्ता हैं। जिन्हें सस्ती दर पर 2 रुपये किलो की दर से प्रति यूनिट एक किलो गेहूं और तीन रुपये पर यूनिट चार किलो चावल दिया जा रहा है। इसके अलावे पांच किलो मुफ्त अनाज वितरण किया जा रहा है। समस्तीपुर जिला में राशनकार्ड की संख्या 8 लाख 55 हजार 298 है। इसमें पीएचएच राशन कार्डधारियों की संख्या 7 लाख 53 हजार 346 है। कुल उपभोक्ता 33 लाख 54 हजार 483 है।
अंत्योदय परिवार के राशनकार्डधारियों की संख्या 1 लाख 1 हजार 952 हैं। नए राशनकार्ड की संख्या 39 हजार 857 है। अब नए सिरे से राशनकार्ड की समीक्षा की जा रही है। इसमें जिन लोगों की मृत्यु हो चुकी है, उनके राशनकार्ड से नाम को हटाना है। जिले में ऐसे व्यक्तियों को चिन्हित किया गया है, जिनकी संख्या 4 हजार 565 है। जिले में एनएफएसए के माध्यम से प्रतिमाह 2 लाख 2 हजार 675 क्विटल और पीएमजेकेवाई के माध्यम से 1 लाख 93 हजार 348 क्विटल अनाज आपूर्ति किया जा रहा है। राशन वितरण के लिए डीलरों की संख्या 2 हजार 62 है। अनुकंपा के आधार पर डीलर की छह रिक्तियां शेष है। उसे जल्द ही प्रक्रिया में लाया जाएगा। जिले को पहला स्थान पर शामिल करने के लिए ट्रांसपोर्ट व संबंधित विभाग से बात की गई है। जिले में 2 हजार 551 विद्यालयों में माध्यम भोजन संचालित हो रहा है। नामांकित बच्चों की संख्या 7 लाख 22 हजार 473 है। इसमें कुल 58 प्रतिशत यानी 4 लाख 19 हजार 56 बच्चे ही मध्याह्न भोजन का लाभ ले रहे हैं। शेष 3 लाख 3 हजार 417 बच्चे विद्यालय नहीं आ रहे हैं। साधन सेवियों को निर्देश दिया गया है कि तीस विद्यालय को गोद ले लें।
रिक्त पदों पर होगी नियुक्ति खाद्य निगम के राज्य अध्यक्ष विद्यानंद विकल ने पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इसमें राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के द्वारा राज्य में पोषण और पोषाहार स्कीम के अद्यतन स्थितियों की जानकारी ली। खाद्य सुरक्षा के जिले में 20 परियोजनाएं संचालित है। आंगनबाड़ी केन्द्रों में 4 हजार 965 पद सृजित है। वर्तमान में 4 हजार 854 कार्यरत हैं। आगंनबाडी में 111 और सहायिका के 132 पद रिक्त हैं। एलएलएस महिला पर्यवेक्षिका की 182 पद सृजित है। जबकि, कार्यरत 101 है। शेष 81 पदों पर पचास प्रतिशत चयन सीधे मार्क्स के आधार पर किया जाएगा। इसके अलावे पचास प्रतिशत जो रिक्त पद हैं उसको आंगनबाड़ी से अपग्रेड किया जाएगा। इन रिक्तियों को भरने के लिए तेजी से काम किया जा रहा है। आंगनबाड़ी केन्द्रों के चयन के मामले में सरकारी नियमावली में बदलवा ला रही है। आइसीडीएस में 111 पद रिक्त है। उसे समय सीमा में पूरा किया जाएगा।