Indian Railways:- मुजफ्फरपुर-नरकटियागंज रेल रूट से चलीं सप्तक्रांति, बरौनी-ब्रांदा एक्सप्रेस सहित अन्य ट्रेनें…
Saptkranti, Barauni-Branda Express and other trains run from Indian Railways Muzaffarpur-Narkatiyaganj rail route.
मुजफ्फरपुर। हरिनगर-चमुआ के बीच नान इंटरलाकिग के कारण मुजफ्फरपुर-नरकटियागंज रेल रूट चार दिनों से बंद ट्रेनों का परिचालन गुरुवार से शुरू हो गया। सप्तक्रांति एक्सप्रेस, बरौनी-ब्रांदा एक्सप्रेस इस रूट से अपने निर्धारित समय पर गई। इसके अलावा मुजफ्फरपुर-रक्सौल पैसेंजर, मुजफ्फरपुर-नरकटियागंज पैसेंजर आदि ट्रेनों का परिचालन हुआ। बता दें कि संरक्षा आयुक्त (रेलवे), पूर्वी सर्किल, कोलकाता सुवोमोय मित्रा द्वारा रेल अधिकारियों के साथ आठ किलोमीटर लंबे हरिनगर और चमुआ स्टेशनों के बीच नव दोहरीकृत रेलखंड का निरीक्षण कर130 किलो मीटर प्रति घंटे की गति से स्पीड ट्रायल किया गया। उसके बाद परिचालन शुरू कर दिया गया। वहीं गुरुवार को 15232 अप बरौनी-गोंदिया रैक के अभाव में कैंसिल रही। डाउन गोंदिया शुक्रवार को आएगी। उसके बाद अप लाइन की गोंदिया जाएगी। इस ट्रेन के नहीं जाने से कानपुर, प्रयागराज आदि जगहों के लिए जाने वाले यात्रियों को भारी परेशानी हुई। एक यात्री संजय ने बताया कि उनको धर्मस्थान घूमने के लिए प्रयागराज जाना था। लेकिन इस ट्रेन के कैंसिल रहने से वापस जाना पड़ा है। इधर सोनपुर रेलमंडल का परिचालन विभाग इसको लेकर बेखबर रहा।
भगवानपुर में सिग्नल फेल, फंसी रहीं आधा दर्जन ट्रेनें
भगवानपुर में सिग्नल का प्वाइंट फेल होने से मुजफ्फरपुर-हाजीपुर रेलखंड पर अवध-असम एक्सप्रेस सहित आधा दर्जन से अधिक ट्रेनें विभिन्न स्टेशनों फंसी रही। बाद में सभी ट्रेनों को मैन्युअल तरीके से सभी ट्रेनों को धीरे-धीरे निकाला गया।
भगवानपुर स्टेशन के पहले यार्ड में वीक्रास के समीप प्वाइंट फेल कर गया। इसके चलते सिग्नल लाल हो गया। डाउन अवध-असम एक्सप्रेस भगवानपुर आउटर पर एक घंटे से अधिक देरी तक रुकी रही। लिच्छवी, दानापुर-रक्सौल एक्सप्रेस, पाटलिपुत्र-नरकटियागंज इंटरसिटी एक्सप्रेस, बाध एक्सप्रेस छपरा से लेकर हाजीपुर, सराय स्टेशन तक रुकी रही। शाम करीब सात बजे परिचालन शुरू किया गया। अप लाइन की पवन एक्सप्रेस गोरौल तथा गरीबरथ एक्सप्रेस मुजफ्फरपुर स्टेशन पर खड़ी रही। ट्रेनें रुकने से पूर्व मध्य रेल से लेकर सोनपुर रेलमंडल के Indian Railways अधिकारियों के बीच हड़कंप मच गया। सिग्नल, परिचालन से लेकर सभी विभाग के रेलकर्मी वहां पहुंचे। उसके बाद प्वाइंट को लाक कर मैन्युअल सिस्टम से ट्रेनों का परिचालन शुरू किया गया।