सिक्का डालिए और करिए ई-टायलेट का इस्तेमाल,गांधी मैदान के गेट संख्या चार पर लगा ई टॉयलेट।
पटना। गांधी मैदान के गेट संख्या चार (बापू सभागार के सामने) और एएन कालेज के पास ई-टायलेट आम जन के लिए उपलब्ध करा दिया गया है। दो या पांच का सिक्का या एक रुपये का बड़े आकार वाला सिक्का डालते ही ई-टायलेट का गेट खुल जा रहा है। गेट पर हरी लाइट जलने पर ही सिक्का डालना है। रेड लाइट जलने का मतलब है कि अंदर कोई है।
पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड एबीडी एरिया में कुल 42 ई-टायलेट लगाए जाने हैं। इन टायलेट का इस्तेमाल करने के लिए गेट पर बने बाक्स में सिक्का डालने पर गेट खुल जाएगा। इस्तेमाल के बाद जब व्यक्ति द्वारा दरवाजा बंद किया जाएगा तो टायलेट में आटोमैटिक फ्लश हो जाएगा। साथ ही 7-8 बार टायलेट के इस्तेमाल के बाद टायलेट का फ्लोर आटो फ्लश तकनीक से साफ होगा। ई-टायलेट में वायस ओवर के माध्यम से लोगों को इसके इस्तेमाल के बारे में जानकारी दी जाएगी। अंदर हाथ धोने के लिए बेसिन भी उपलब्ध है।
स्मार्ट सिटी में पीपी मोड में आएंगी 800 करोड़ की योजनाएं
जागरण संवाददाता, पटना : स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत 800 करोड़ की योजनाएं पीपी मोड में आएंगी। स्मार्ट सिटी लिमिटेड पीपी मोड में कार्य प्रारंभ करने की तैयारी में जुट गया है। इस क्षेत्र में अब तक कार्य नहीं हुआ है। यह जानकारी पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी मोहम्मद शमशाद ने दी।
पटना में कई योजनाएं आने जा रही है। इन्हें प्राइवेट पार्टनरशिप में चलाया जाएगा। बोर्ड की अगली बैठक में कई योजनाओं पर मुहर लगेगी। उन्होंने बताया कि पांच साल में पटना स्मार्ट सिटी की पांच परियोजाओं को पूरा कर लिया गया है। कई पर काम चल रहा है। अदालतगंज तालाब, गांधी मैदान में मेगा स्क्रीन, दस स्थानों पर आइपीटीएस सेंटर, इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर भवन और वीरचंद पटेल पथ से बेलीरोड लिक रोड का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। मंदिरी नाला को पाटकर सड़क बनाने का कार्य चल रहा है।
बाकरगंज, बाबा चौक-आनंदपुरी नाला, सर्पेंटाइनरोड नाला को पाटकर मंदिरी नाला के तर्ज पर सड़क बनाने की कागजी प्रक्रिया शुरू कर दी गईं हैं। शहर में 930 करोड़ की योजनाएं जारी हैं। अब तक 380 करोड़ रुपये मिले हैं। इसमें केंद्र सरकार 194 करोड़ और राज्य सरकार 186 करोड़ रुपये जारी की है। 90 प्रतिशत कार्य पूर्ण होने के बाद कार्य राशि मिलती है। राशि मिलने में किसी प्रकार की बाधा नहीं है। 19 सरकारी भवनों पर विभिन्न क्षमता के सोलर पैनल लगाए गए हैं। छह माह में 528718.5 किलोवाट बिजली का उत्पादन हुआ है। गांधी मैदान, गोलघर, जीपीओ, कारगिल चौक चिड़ियाघर समेत 50 स्थानों पर इमरजेंसी काल बाक्स एवं पब्लिक एड्रेस सिस्टम की व्यवस्था की जा रही है। आपदा, आपात, एक्सीडेंट आदि की परिस्थिति में आम नागरिक इमरजेंसी काल बाक्स के माध्यम से सीधे कंट्रोल रूम से संपर्क कर सकते हैं।