कर्पूरीग्राम और खुदीराम बोस पूसा स्टेशन का निरीक्षण कर बोले डीआरएम ,गुड्स टर्मिनल के रूप में विकसित होगा कर्पूरीग्राम स्टेशन।
समस्तीपुर। मंडल रेल प्रबंधक नीलमणि ने शनिवार को सोनपुर रेल मंडल के कर्पूरीग्राम और खुदीराम बोस पूसा स्टेशन का निरीक्षण किया। इसके अलावा नारायणपुर अनंत-कर्पूरीग्राम रेलखंड का भी निरीक्षण किया। डीआरएम ने रेल पुलों, स्टेशनों, रेलखंड पर संरक्षा से जुड़े विविध पहलुओं का गहन मुआयना किया। निरीक्षण के क्रम में कर्पूरीग्राम स्टेशन पर राज्यसभा में जदयू संसदीय दल के नेता रामनाथ ठाकुर से मुलाकात हुई। राज्यसभा सदस्य ने स्टेशन के सौंदर्यीकरण, रेल विकास व यात्री सुविधाओं में और वृद्धि एवं उसे सु²ढ़ करने के संबंध में अपना सुझाव दिया। निरीक्षण के दौरान सर्कुलेटिग एरिया में खानपान स्टॉल का गहन निरीक्षण किया।
इसके अलावा यूटीएस, पीआरएस काउंटर का निरीक्षण कर यात्रियों से फीडबैक लिया। साथ ही प्लेटफार्म की साफ-सफाई एवं यात्री सुविधाओं का गहन निरीक्षण किया। मौके पर वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक प्रसन्न कात्यायन, सीनियर डीईएन कार्डिनेशन आलोक कुमार झा, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. एमके गुप्ता, सीनियर डीओएम सचिन कुमार मिश्रा, सीनियर डीएसटीई अभिषेक कुमार, सीनियर डीईई अभिजात कुमार सहित अन्य उपस्थित रहे। डीआरएम ने कर्पूरीग्राम रेलवे स्टेशन को गुड्स टर्मिनल के रूप में विकसित करने की बात कहीं।
निरीक्षण के क्रम में राज्यसभा सदस्य ने कर्पूरीग्राम रेलवे स्टेशन के उत्तर एवं दक्षिण दिशा में रेलवे की खाली पड़ी जमीन को उपयोग में लेकर टर्मिनल की व्यवस्था करने का सुझाव भी दिया। यात्रियों, छात्र-छात्राओं, महाविद्यालय कर्मियों एवं व्यापारियों की सुविधा एवं आवागमन को ध्यान में रखते हुए जयनगर-दानापुर इंटरसिटी एवं मुजफ्फरपुर-भागलपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन के ठहराव की भी व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। कर्पूरीग्राम स्टेशन पर ट्रेनों के ठहराव देने का सुझाव :
राज्सभा सदस्य ने डीआरएम को एक मांग पत्र भी सौंपा। जिसमें मुख्य रूप से बताया कि कर्पूरीग्राम रेलवे स्टेशन पर कोविड-19 से पहले जननायक, टाटा-छपरा, मौर्य एवं मिथिला एक्सप्रेस का ठहराव होता था। कोविड के कारण ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया गया। पुन: ट्रेनों के परिचालन के बाद उक्त चारों ट्रेन इस स्टेशन पर नहीं रुकती है।