समस्तीपुर:- शव के लिए 50 हजार रुपये मांगने से मकहमे में खलबली, पोस्टमार्टम कर्मी निलंबित ।
समस्तीपुर। सदर अस्पताल में बेटे का शव देने के लिए पिता से 50 हजार रुपये मांगने के आरोप में पोस्टमार्टम कर्मी नागेंद्र मल्लिक को निलंबित कर दिया गया है। जांच पूरी होने तक पोस्टमार्टम कार्य के लिए अन्य कर्मी को प्रतिनियुक्त किया जाएगा। वायरल वीडियो की सत्यता की जांच के लिए प्रशासन साइबर टीम से संपर्क स्थापित करेगा। इसके पूर्व स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने भी सीएस से फोन पर कार्रवाई करने का आदेश दिया था। जिलाधिकारी के आदेश पर गुरुवार को पूरे मामले की जांच हुई। उप विकास आयुक्त और सिविल सर्जन ने पूरे मामले की जांच की। सीएस कार्यालय कक्ष में डीडीसी व सीएस ने पोस्टमार्टम कर्मी से घटनाक्रम के बारे में पूछताछ की। विदित हो कि दैनिक जागरण ने गुरुवार को शीर्षक ‘महकमा शर्मसार, शव के लिए मांगनी पड़ी भीख’ खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। डीएम ने पूरे मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय टीम का गठन कर जांच कराया।
डीएम के आदेश पर डीडीसी व सीएस ने की मामले की जांच :
सिविल सर्जन कार्यालय कक्ष में मामले की जांच हुई। इसमें सर्वप्रथम आरोपी पोस्टमार्टम कर्मी से डीडीसी व सीएस ने पूछताछ की। इस दौरान रोसड़ा विधायक बीरेंद्र कुमार, भाजपा नेता रामसुमिरन सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने आरोप लगाया कि आरोपी नागेन्द्र मल्लिक पर पूर्व में भी यह आरोप लगा है, लेकिन इन पर पूर्व में कोई कार्रवाई नहीं हुई। कर्मी ने कहा – आरोप बेबुनियाद, बार-बार जिद करने पर बोला 50 हजार देने पर भी बिना कागजात नहीं दूंगा शव :
आरोपी कर्मी नागेन्द्र मल्लिक ने बताया कि उस पर लगाया गया आरोप बेबुनियाद है। उसने किसी प्रकार की राशि की मांग नहीं की है। 6 जून को मुसरीघरारी थाना की पुलिस को लावारिस लाश मिली थी। जिसे पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल लाया गया था। सदर अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम कर दिया गया। शव अज्ञात रहने की वजह से नियमानुसार पहचान नहीं होने पर 72 घंटा तक बर्फ में स्टोर करके रखा गया। सूचना मिलने पर स्वजन पहुंचे तथा शव लेने की मांग की। इस पर थाना से कागजात लाने को कहा गया। कर्मी ने जांच टीम के समक्ष बताया कि स्वजनों द्वारा जिद करने पर उसने कहा कि 50 हजार रुपये देने पर भी संबंधित थाना द्वारा निर्गत आवश्यक कागजात के बिना शव नहीं दे सकता हूं। पुत्र का शव नहीं मिलने पर भीख मांगने को विवश हुए थे माता-पिता :
ताजपुर थाना क्षेत्र के कस्बे आहर गांव के महेश ठाकुर का पुत्र मानसिक रूप से विक्षिप्त था। वह 25 मई से ही घर से लापता हो गया था। विभिन्न श्रोतों से 7 जून को घरवालों को जानकारी मिली कि मुसरीघरारी थाना क्षेत्र में एक अज्ञात युवक के शव को पुलिस ने बरामद किया है। घरवालों के मुसरीघरारी थाना पहुंचने पर उन्हें बताया गया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया है। इसी जानकारी पर घर के लोग जब सदर अस्पताल पहुंचे तो पहले पोस्टमार्टम कर्मी द्वारा शव को दिखाने में आनाकानी की गई, लेकिन काफी गुहार के बाद शव को दिखलाया गया। तब उसने शव की पहचान अपने पुत्र संजीव ठाकुर के रूप में की। जब मृतक के पिता ने शव को उनके हवाले करने की बात कही तो पोस्टमार्टम कर्मी द्वारा 50 हजार रुपये की मांग की गई। इतनी मोटी रकम देने से परिजन द्वारा असमर्थता जताई गई तो पोस्टमार्टम कर्मी द्वारा शव देने से इंकार किया गया। लाचार माता-पिता रुपये एकत्रित करने के लिए गांव में घूम-घूम कर भीख मांगने को विवश हो गए।