सौगात:उद्घाटन को लेकर सजधज कर महात्मा गांधी सेतु हो रही तैयार,15 से बीस मिनट में अब पटना पहुँचना हुआ आसान ।
पटना।महात्मा गांधी सेतु का पूर्वी लेन बनकर पूरी तरह तैयार है। रणरोगन का काम भी पूरा हो चुका है। अब उद्घाटन के लिए सजने-संवरने का ही काम बाकी रह गया है। बस इंतजार है तो पूर्वी और बायीं लेन के उद्घाटन का। पुल का उद्घाटन मुहुर्त भी निर्धारित कर दिया गया है। सब कुछ ठीक रहा तो 07 जून को केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नीतिन गडकरी पूर्वी लेन का उद्घघाटन करेंगें। अरडब्लूडी मंत्री कर चुके हैं निरीक्षण: मालूम हो कि पश्चमी लेन की तरह ही पूर्वी से 7 जून 2022 से अप और डाउन से गाड़ियों का परिचालन शुरु हो जाएगा। उद्धाटन और परिचालन शुरू होने के पहले पुल को सजधज कर तैयार किया जा रहा है। पूर्वी लेन उद्घाटन से पूर्व राज्य के पथ निर्माण मंत्री नीतिन नवीन भी अपने दल-बल के साथ नए स्वरुप में बने पुल का निरीक्षण कर चुके है। अब इस पुल पर 80 किलोमीटर की रफ्तार से गाडिय़ां फर्राटा भरने लगेंगी। पूर्वी लेन पुल पर पैदल, साइकिल और बाइक चालकों के लिए अलग से व्यवस्था की गई है, जिससे अब यहां जाम से मुक्ति मिलेगी।
15 से 20 मिनट में पूरी होगी हाजीपुर से पटना की यात्रा
उत्तर बिहार की लाइफ लाइन कहे जाने वाले महात्मा गांधी सेतु का पूर्वी और पश्चिमी लेने चालू हो जाने से रोजाना सेतू पर लगने वाले जाम से लोगों को काफी राहत मिलेगी। हाजीपुर से पटना आने और जाने में अब महज 15 से 20 मिनट में यात्रा पूरी होगी। पुल से आवागमन शुरु होने से पटना और हाजीपुर की दूरी जहां वर्तमान में लोग घंटो में पूरी करते है।
अगले चार साल तक पुल का रखरखाव करेगी एजेंसी
महात्मा गांधी सेतु के दोनों लेन पर करीब दो दशक बाद 7 जून से गाडिय़ां दौडऩे लगेंगी। फिलहाल अंतिम सजावट का काम तेजी से चल रहा है। गांधी सेतु के काफी जर्जर हो जाने के बाद नवंबर 2016 में निर्माण एजेंसी को जीर्ण-शीर्ण गांधी सेतु का अधिसंरचना को ठीक करने का कार्यादेश मिला था। दोनों लेन के सुपर स्ट्रक्चर 24 माह में पश्चिमी व 18 माह में पूर्वी यानि दोनों लेन को 42 माह में बदलकर मार्च 2020 तक चालू करना था, लेकिन देरी से ही सही अब फिर से गांधी सेतु पर मालवाहक वाहनों के साथ सभी तरह की गाडिय़ां पूरे 80 किमी की स्पीड में फर्राटा भरने लगेगी।
टेक्निकल ट्रायल कर की जा चुकी है मजबूती की परख
उत्तर बिहार के लिए लाइफलाइन महात्मा गांधी सेतु का दूसरा लेन पुनर्निर्माण के बाद वाहनों के परिचालन शुरू होने से पहले पिछले दिनों टेक्निकल ट्रायल में पास हो गया था। तकनीकी दल ने मानकों की जांच के बाद पुल पर सभी तरह के भारी वाहनों के परिचालन की अनुमति दे दी है। केंद्रीय भू-तल परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी 7 जून को नवनिर्मित गांधी सेतु का उद्धाटन करेंगे। उद्धाटन और परिचालन शुरू होने के पहले पुल को सजधज कर तैयार किया जा रहा है। अब इस पुलिस से गाड़ियांं 80 किलोमीटर की रफ्तार से फर्राटा भरने लगेंगी।
लगभग दो साल में बनकर तैयार हुआ गांधी सेतु
महात्मा गांधी सेतु के पुराने ढांचे को हटाकर नया सुपर स्ट्रक्चर बनाने के बाद यह फुल काफी हाईटेक हो गया है। इस ब्रिज में अब मोटरसाइकिल और साइकिल से यात्रा करने वालों के लिए अलग से व्यवस्था की गई है। स्पेन में पुल का केबल बिछाने की व्यवस्था भी की गई है। जिसके जरिए इस पर किसी भी तरह की पाइप लाइन बिछाई जा सकती है। राष्ट्रीय राजमार्ग 30 और 19 से राजधानी पटना को उत्तर बिहार से जोडऩे वाले गांधी सेतु की मरम्मत के लिए वर्ष 2014 में सहमति बनी थी। इसके बाद वर्ष 2017 में पुनर्निर्माण शुरू हुआ। वहीं जून 2020 में पश्चिमी लेन का काम पूरा कराकर वाहनों का परिचालन शुरू कराया गया था।