UPSC:दिव्या ने बिना कोचिंग पहले ही प्रयास में 323वां रैंक लाकर बढ़ाया रामगढ़ का मान ।
UPSC Results: रामगढ़. झारखंड की बेटियों ने हमेशा अपनी प्रतिभा से साबित किया है कि बात चाहे खेल-कूद हो या पढ़ाई-लिखाई की वह किसी से कम नहीं हैं. हाल ही में झारखंड की महिला हॉकी खिलाड़ियों ने ओलंपिक में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया था अब यूपीएससी की परीक्षा में भी झारखंड की बेटियों ने कमाल का प्रदर्शन किया. झारखंड के रामगढ़ जिले की रजरप्पा प्रोजेक्ट की दिव्या पांडे ने पहले ही प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा में सफलता प्राप्त की है. दिव्या को 323 वां रैंक हासिल हुआ है.
बता दें, दिव्या रजरप्पा प्रोजेक्ट निवासी सह सेवानिवृत्त सीसीएल कर्मी जेपी पांडेय की पुत्री है. दिव्या की माताजी मनोरमा पांडेय घरेलू महिला है. दिव्या पांडेय ने इस सफलता का श्रेय माता-पिता तथा सभी परिवार के लोगो को दिया हैं. दिव्या ने कहा कि बिना किसी टेशन के मैंने अपने पहले प्रयास में ही यूपीएससी की परीक्षा दी और सफल हुई हैं.
‘सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं’
दिव्या ने कहा कि वह बताओ आईएएस अधिकारी देश और समाज की सेवा करना चाहती हैं और एक बदलाव लाना चाहती हैं. उन्होंने कहा कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता है. सफलता के लिए कड़ी मेहनत और धैर्य की जरूरत होती है. इस दौरान माता पिता और उनके परिजनों ने उन्हें मिठाई खिलाकर बधाई दी. दिव्या के सफलता की जैसे ही जानकारी आस-पड़ोस के लोगों को मिली सभी लोग उसके घर पहुंच गए और उन्हें और उनके माता-पिता को बधाई दी. वहीं फोन के माध्यम से रामगढ़ की उपायुक्त माधवी मिश्रा ने भी दिव्या को उसके सफलता पर बधाई दी.
बिना कोचिंग के मिली सफलता
दिव्या को यूपीएससी में अपने मेहनत लगन और धैर्य के बल पर सफलता मिली है. दिव्या ने बताया कि उसने कहीं से कोचिंग नहीं की है. उसने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और गुरुजनों को दिया. उन्होंने कहा कि सफलता का एक ही मंत्र है वह है कड़ी मेहनत. दिव्या घरेलू काम करते हुए यूपीएससी की परीक्षा में सफल हुई है जो क्षेत्र में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में लगे छात्रों के लिए एक मिसाल है. दिव्या को बधाई देने वालों में रोशन लाल चौधरी रविंदर वर्मा अनिल प्रसाद चंदेश्वर सिंह विशाल कुमार किशोरी प्रसाद शिरडी सिंह महेंद्र मिस्त्री राजेंद्र नाथ चौधरी विनोद कुमार सहित कई लोग शामिल हैं.