BPSC पेपर लीक मामले में नया मोड़ : पटना स्थित कंट्रोल रूम से रची गई थी साजिश, कई अफसर निशाने पर ।
पटना।
बिहार लोक सेवा आयोग की 67वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा के पेपर लीक मामले में आर्थिक अपराध इकाई टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सरकारी कर्मचारी समेत 4 लोगों को धर दबोचा है। EOU की टीम ने यह दावा किया है कि पटना के लोहानीपुर इलाके में बकायदा कंट्रोल रूम बनाकर सिंडिकेट चलाया जा रहा था। वहीँ मौके पर कई सारे गैजेट्स भी बरामद किया गया है।
आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने जांच के बाद पेपर लीक मामले में सरकारी कर्मचारी समेत 4 लोगों को अरेस्ट किया है। जानकारी मिल रही है कि मौके से अरेस्ट किये गए राजेश कुमार, जो कि कृषि विभाग में बतौर सहायक के पद पर कार्यरत है, पटना से निशिकान्त कुमार, पटना के कंकड़बाग से कृष्ण मोहन सिंह और औरंगाबाद के रहने वाले सुधीर कुमार सिंह को ईओयू की टीम ने रविवार को लंबी पूछताछ के बाद अरेस्ट किया है।
वहीँ EOU के एडीजी नैयर हसनैन ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिसमें कृषि विभाग का एक क्लर्क भी शामिल है। जो कि पेपर लीक करने वाले लोगों के साथ मिला हुआ है। यहां तक की मौके पर EOU की टीम ने कई इलेक्ट्रोनिक्स गैजेट और आपत्तिजनक चीजों को भी बरामद किया है। साथ ही इस गिरोह के सदस्यों के अकाउंट में लाखों रुपयों की भी जानकारी हासिल हुई है। मिली जानकारी के बाद इओयू के अकाउंट को फ्रिज कर दिया गया है।
आगे एडीजी खान ने बताया कि गिरोह का मुख्य आरोपी एनआईटी का छात्र है। यहां तक की इस पूरे मामले में कई बड़े अधिकारियों का भी हाथ बताया जा रहा है। बीपीएससी के पेपर लीक मामले में अधिकांश लोगों के नाम सामने आ चुके हैं। लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए उनके नाम अभी सामने नहीं लाए जा सकते हैं।