आयुर्वेद अपनाने का माडल बनेगा बिहार का रामपुर जयपाल गांव,जाने क्या है पूरी कहानी।
मुजफ्फरपुर, {अमरेंद्र तिवारी}। आयुर्वेद पद्धति अपनाकर हर उम्र के लोग निरोग रह सकते हैं। इसका माडल बनेगा मुजफ्फरपुर जिले के बोचहां का रामपुर जयपाल। विश्व आयुर्वेद परिषद की जिला इकाई ने लिया गांव को गोद लिया है। विश्व आयुर्वेद परिषद व राजस्थान औषधालय की ओर से कोरोना वारियर्स सम्मान समारोह में इसका संकल्प लिया गया।आयुर्वेद परिषद के जिला अध्यक्ष डा. रमेश कुमार सिंह ने बताया कि इस गांव में संगठन की गतिविधियां चल रही हैं। उसे गति दी जाएगी।
घरेलू नुस्खे से अवगत होंगी महिलाएं
महिलाओं को घरेलू नुस्खे सिखाए जाएंगे। कोशिश होगी कि आने वाले दिनों में हर प्रखंड के एक गांव को संगठन सरकार व समाज के सहयोग से गोद लेकर उसको आयुर्वेद पद्धति का माडल गांव बनाए। इस मौके पर कोरोना काल में अपनी सेवा देने वाले 170 आयुर्वेदिक चिकित्सकों को कोरोना वारियर सम्मान भी दिया गया। इससे पहले दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व कुलसचिव डा. देवेंद्र प्रसाद सिंह ने आयोजन का शुभारंभ किया। दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व कुलसचिव डॉ देवेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि इस कार्यक्रम में आयुर्वेद के माध्यम से मानव सेवा, उत्कृष्ट शिक्षण कार्य, चिकित्सीय कार्य एवं कोरोना वॉरियर्स के रूप में कार्य कर रहे 170 आयुर्वेदिक डॉक्टरों को सम्मानपत्र प्रदान देकर सम्मानित किया गया। मीडिया प्रभारी सह उपाध्यक्ष डॉ विपिन बिहारी ने कहां की कोरोना के उस भयावह स्थिति में आयुर्वेद की जितनी भी औषधियां थी सबका कुछ ना कुछ उपयोग था। मैंने उस दौरान लगभग 500 मरीजों का इलाज आयुर्वेदिक पद्धति से किया। अभी भी पूर्ण स्वस्थ हैं एक भी मरीज को किसी भी जिले के अस्पताल में नहीं जाने दिया। हर स्तर पर काम हो रहा है आने वाले 10 वर्षों में आयुर्वेद की ख्याति वापस लौट जाएगी।
इनकी रही भागीदारी
इस मौके पर मीडिया प्रभारी सह उपाध्यक्ष डा. विपिन बिहारी, सचिव डा. उषा कुमारी ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन डा. रितेश वर्मा और धन्यवाद डा विनोद ने किया। वहीं कार्यक्रम में डा. मनोरमा भारती, डा. सोनम, डा. सुरभि, डा. विभा , डा. अनुराधा, डा. जूही रानी, डा. प्रियंका कुमारी, डा. इंदु, डा. अरविंद कुमार, डा.बीके राय, डा. विकास शर्मा, डा. दीपक कुमार, डा. नंदकिशोर प्रसाद सिंह, डा. पुष्पलता कुमारी, डा. मुरारी मिश्रा, डा. अरुण कुमार मिश्रा, डा. अशोक राम, डा. उषा कुमारी, डा. प्रभात द्विवेदी, वैद्यललन तिवारी सहित अन्य की भी भागीदारी रही।