रिश्वत लेते राजस्व कर्मचारी गिरफ्तार:35 हजार रुपये लेते विजिलेंस ने रंगे हाथ पकड़ा
पटना.सीवान के लकड़ी नबीगंज प्रखंड के गोपालपुर पंचायत के राजस्व कर्मचारी गिरीशदेव तिवारी को सोमवार की दोपहर पटना से आई निगरानी विभाग की टीम ने 35 हजार रुपए घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। इसकी गिरफ्तारी एक होटल से हुई। होटल में ही चाय नाश्ता करने के दौरान घूस देने की लिए तारीख तय हुई थी। जैसे ही राजस्व कर्मचारी शिकायतकर्ता से 35 हजार घूस लिया। निगरानी विभाग की टीम ने उसे रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया।
पकड़े जाने के बाद राजस्वकर्मी रोने लगा। गिरफ्तार होते ही राजस्व कर्मचारी पहले भागने की भी कोशिश की, लेकिन उसकी कोशिश नाकाम हो गई। इसके बाद राजस्व कर्मचारी रोने लगा और रोते हुए निगरानी विभाग के अधिकारियों से माफी भी मांगने लगा। मिली जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता गोपालपुर गांव का अजीतकुमार सिंह है।
अजीत कुमार सिंह कुछ दिन पहले अपनी जमीन में ट्रैक्टर से मिट्टी भराई काकाम कर रहा था। इसी दौरान उसके पड़ोसी नेअपना जमीन बताते हुए मिट्टी भराई का कामरोक दिया। पहले गांव स्तर पर पंचायती हुई,लेकिन जब पंचायती में मामला नहीं सुलझसका, तो अजीत ने अंचलाधिकारी लकड़ीनबीगंज को आवेदन दिया। इस आवेदन केआलोक में अंचलाधिकारी ने इस मामले कीजांच और जमीन का सत्यापन करने कीजिम्मेवारी लखनौरा पंचायत के राजस्व कर्मचारीगिरीशदेव तिवारी को दिया।
2 जून को निगरानी केपास दर्ज कराई गई थी शिकायत
2 जून को अजीत ने निगरानी विभाग के समक्ष शिकायत दर्ज कराई। इस शिकायत के बाद निगरानी विभाग ने गोपनीय स्तर से इस मामले की जांच कराई। जांच में मामला सत्य पाया गया, पाया गया कि राजस्व कर्मचारी द्वारा घूस की राशि नहीं दिए जाने के कारण जमीन का सत्यापन नहीं किया जा रहा है। इसके बाद गिरफ्तारी के लिए जाल बिछाया गया। मदारपुर बाजार के एक होटल में चाय नाश्ता करने के दौरान राशि देने की बात तय की गई।वहीं पर दोपहर में राजस्व कर्मचारी आया और जैसे ही घूस की राशि दी गई निगरानी विभाग ने उसे गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी निगरानी के डीएसपी राजेंद्र प्रसाद के नेतृत्व में की गई। इधर निगरानी विभाग के अधिकारियों ने उससे पूछताछ की और कागजी प्रक्रिया अपनाने के बाद अपने साथ पटना लेकर चली गई।
गोपालपुर पंचायत के प्रभार में था राजस्वकर्मी
गिरीशदेव तिवारी गोपालपुर पंचायत के राजस्व कर्मचारी के प्रभार में था। जमीन सत्यापन को लेकर राजस्व कर्मचारी द्वारा 35 हजार रुपए की डिमांड की गई, लेकिन शिकायतकर्ता अजीत कुमार सिंह यह राशि नहीं दे सका। इस पर राजस्व कर्मचारी द्वारा जमीन का सत्यापन नहीं कियागया।
बाद में कहा कि होटल में रुपए लेकर आओ। वहीं चाय-नाश्ताकरते हुए रुपए लूंगा। 35 हजार घूस लेने के दौरान राजस्व कर्मचारी केगिरफ्तारी के बाद प्रखंड में चर्चा तेज हो गई है। लोग कह रहे कि वेअधिकारियों की तरह ऐशो-आराम का जीवन जी रहे थे।