बिहार के इस जिले में स्थित सबेया एयरपोर्ट का काम हुआ तेज, अतिक्रमण हटाने का निर्देश
पटना./ गोपालगंज जिले के ऐतिहासिक सबेया एयरपोर्ट ( Airport ) को फिर से शुरू करने की दिशा में केंद्र सरकार और जिला प्रशासन ने कवायद तेज कर दी है. सोमवार को जिलाधिकारी पवन कुमार सिन्हा ने सबेया एयर फील्ड का दौरा कर वहां चल रहे बाउंड्री वॉल निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया और प्रगति की समीक्षा की. डीएम ने अधिकारियों को एयरपोर्ट की सरकारी जमीन की जमाबंदी तत्काल प्रभाव से कायम करने का निर्देश दिया. निरीक्षण के दौरान डीएम ने अनुमंडल पदाधिकारी हथुआ, अभिषेक कुमार चंदन को निर्देश दिया कि एयरफील्ड की अतिक्रमित भूमि की पहचान कराते हुए आवश्यक कार्रवाई शीघ्र सुनिश्चित करें.
एयरपोर्ट की जमीन पर किसी भी प्रकार का अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. इसके लिए संबंधित राजस्व एवं प्रशासनिक अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये गये हैं. डीएम ने स्पष्ट किया कि सबेया फील्ड का विस्तृत नक्शा तैयार कर शीघ्र प्रस्तुत किया जाये और उससे संबंधित सभी तकनीकी व दस्तावेजी कार्यों को तेजी से पूर्ण किया जाये. इसके साथ ही, उन्होंने जिलास्तरीय अधिकारियों के साथ समय-समय पर कार्यों की समीक्षा करने की बात कही, ताकि किसी प्रकार की देरी नहीं हो. निरीक्षण के दौरान जिला बंदोबस्त पदाधिकारी अजय कुमार, एसडीओ अभिषेक कुमार चंदन, परीक्ष्यमान वरीय उपसमाहर्ता अजय कुमार समेत अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे.
517 एकड़ में फैला है सबेया हवाई अड्डा
बता दें कि सबेया एयरपोर्ट करीब 517 एकड़ क्षेत्र में फैला है और इसका निर्माण अंग्रेजों द्वारा वर्ष 1868 में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान किया गया था. अब इस एयरपोर्ट को केंद्र सरकार की उड़ान योजना के तहत चालू करने की योजना है. बीते 20 जनवरी को रक्षा मंत्रालय की ओर से एयरपोर्ट की बाउंड्री वॉल निर्माण के पहले चरण की आधारशिला रखी गयी थी. सांसद निधि से पिलरिंग कराये जाने के बाद अब केंद्र सरकार द्वारा तीन करोड़ 62 लाख 73 हजार रुपये की लागत से 11 किलोमीटर की परिधि में चहारदीवारी का निर्माण कराया जा रहा है. जून के पहले इस कार्य को पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसके बाद रनवे मरम्मत का कार्य शुरू होगा.
विकसित करने की क्यों पड़ी जरूरत
गोपालगंज व सीवान के करीब दो लाख से अधिक लोग विदेशों में रह रहे हैं. यहां से नजदीक गोरखपुर एयरफोर्स की यूनिट है. इनमें से खाड़ी देशों के मस्कट, ओमान, सउदी, इरान, बहरीन, दुबई जाते हैं. सीवान के बाद विदेशी मुद्रा की सर्वाधिक आवक गोपालगंज में है. यहां घरेलू उड़ान शुरू होने से कारोबार बढ़ेगा और देश में विदेशी मुद्रा लाने वाले कमासूतों को सहूलियत मिलेगी साथ ही सरकार का राजस्व भी बढ़ेगा.