समस्तीपुर:स्वास्थ्य केन्द्र में नवजात की मौत के बाद हंगामा,सीएस ने की जांच
समस्तीपुर।सरायरंजन : सिविल सर्जन डा एसके चौधरी ने शुक्रवार को प्रखंड मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण किया. इस क्रम में सीएस ने पीड़ित महिला से पूछताछ की. सीएस को पहुंचते ही मृत नवजात के परिजन एवं अन्य लोग घेराव करने लगे. उपप्रमुख संजीव ठाकुर, विशाल कुमार, विशुनुदेव पासवान, राजू सिंह आदि के समझाने पर मामला शांत हुआ.
लोगों ने सीएस को सरायरंजन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नवजात शिशु की मौत होने की पूरी जानकारी दी. इस घटना को गंभीरता से लेते हुए सीएस ने लोगों को आश्वस्त किया कि इस अस्पताल के जो भी दोषी कर्मी होंगे उन पर कार्रवाई की जायेगी. सीएस के आने की सूचना पर पहुंचे युवा जदयू जिलाध्यक्ष विशाल कुमार एवं अन्य ने सीएस से 48 घंटे के अंदर कार्रवाई करने को कहा. अस्पताल में प्रभारी एवं डॉक्टरों के ड्यूटी रोस्टर सार्वजनिक करने की मांग रखी. अनुपस्थित होने पर वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा.
सरकारी दवाइयों की उपलब्धता के बावजूद निजी दुकानों से दवा मंगाने की जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग रखी. प्रसव के समय अनुभवी स्टाफ की उपस्थिति अनिवार्य करने की शर्त रखी. लोगों की मांग को लेकर सिविल सर्जन ने आश्वस्त किया है कि दो दिनों में दोषी कर्मियों पर कार्रवाई की जायेगी. अस्पताल की व्यवस्था को पंद्रह दिनों में सुदृढ़ करने का भरोसा दिया. रिपोर्ट साझा करने की बात कही. विदित हो कि गुरुवार की दोपहर महिला का प्रसव होने के बाद नवजात की मौत हो गई थी.
मृत नवजात की मां नरघोघी गांव निवासी चंदन महतो की पत्नी आंचल कुमारी के परिजनों का आरोप है कि नर्स ने महिला के परिजनों को कहा था कि बच्चा पेट में गंदा पानी पी लिया है. ठीक करने के लिए आक्सीजन लगाना पड़ेगा. जिसके बाद नवजात मौत हो गई थी. परिजनों ने स्वास्थ्यकर्मी पर 20 हजार रुपए मांगने का आरोप लगाकर असपताल परिसर में हंगामा भी किया था. इसी मामले को सुलझाने के लिए सिविल सर्जन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे थे. जहां उन्होंने लोगों को ठोस आश्वासन देकर मामले को शांत किया.