“समस्तीपुर में रेड करने पहुंची STF पर फायरिंग, सस्पेंड ASI के घर मिला 1.40 करोड़ कैश:AK-47, 145 कारतूस, 5 गिरफ्तार
समस्तीपुर में सस्पेंड ASI सरोज सिंह के घर से भारी मात्रा में गोला-बारूद मिला है। शुक्रवार की सुबह STF की टीम और जिला पुलिस की टीम मोहिउद्दीन नगर में सरोज सिंह के घर रेड करने पहुंची।पुलिस टीम को देखते ही सरोज की ओर से फायरिंग शुरू कर दी गई। फिर STF की ओर से भी जवाबी फायरिंग की गई।छापेमारी के दौरान घर से AK-47 राइफल, इंसास राइफल, रेगुलर राइफल और दो नाली बंदूक के साथ-साथ 145 से अधिक जिंदा कारतूस बरामद किया गया।सरोज 2008 बीच का सिपाही है। पटना में गर्दनीबाग के झुनझुन महल स्थित सरिता वाटिका के हाउस नंबर 4 B में छापेमारी कर कुल 1 करोड़ 40 लाख रुपए कैश बरामद किया गया। इसी ठिकाने से कैश गिनने की मशीन मिली है।
सरोज दानापुर थाना के तहत शगुना मोड़ के नया टोला में महानंद राय के घर में किराए पर रह रहा था। टीम ने यहां पर भी छापेमारी की। यहां से 11 लाख रुपए के जमीन के एग्रीमेंट के दस्तावेज मिले।टीम ने पटना में ही रूपसपुर थाना के तहत जमीन खरीद-बिक्री करने वाली कंपनी बीएल इंफ्रा ईव प्राइवेट लिमिटेड के ऑफिस में छापेमारी की। यहां से 2 करोड़ रुपए के जमीन के 40 एग्रीमेंट पेपर बरामद किए हैं।पुलिस ने सरोज सिंह समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। STF सभी आरोपियों को लेकर पटना आ रही है।
हत्या की प्लानिंग की सूचना पर पहुंची थी पुलिस
बिहार पुलिस मुख्यालय के मुताबिक, प्रिंस मुखिया और नवीन सिंह को जान से मारने की प्लानिंग थी। इसकी सूचना STF को मिली। इसके बाद STF की तरफ से कार्रवाई की गई।छापेमारी के दौरान सरोज सिंह के पास से एक AK-47 और 18 गोलियां बरामद की गई। निशांत कुमार राय के पास से एक इंसास राइफल, 70 गोलियां और 4 मैगजीन मिली।गिरफ्तार परशुराम सिंह के पास से एक कार्बाइन और 12 गोलियां, मुन्ना यादव के पास से एक रेगुलर राइफल, 2 दो नाली बंदूक, 45 गोलियां और 4 खोखे बरामद किए गए।
1.10 करोड़ की जमीन के कागजात भी मिले
सरोज सिंह के पास से 1.10 करोड़ रुपए की जमीन से संबंधित दस्तावेज बरामद किए गए हैं। इसके साथ ही एक बुलेट बाइक भी बरामद हुई है।फिलहाल, सरोज के पटना स्थित ठिकाने और वैशाली जिले के महनार के अलीपुर में सरोज के ससुर अरुण कुमार सिंह के घर पर छापेमारी चल रही है।
दोनों ओर से कई राउंड फायरिंग
मिली जानकारी के मुताबिक, सुबह छापेमारी के दौरान सरोज सिंह के समर्थकों ने फायरिंग की। इसके जवाब में STF की ओर से भी फायरिंग की गई। दोनों ओर से कई राउंड गोलियां चलीं। छापेमारी में STF टीम के साथ पटोरी के DSP बीके मेधावी और बिहार पुलिस के जवान मौके पर पहुंचे।
‘सुबह में अचानक घर पर पहुंची पुलिस की टीम’
ASI सरोज की चाची मुन्नी देवी ने बताया, ‘रात में गांव में शादी थी। वहां से आकर सो गई थी। आज पोते का बर्थ डे है। मेरी बड़ी बहू सबसे पहले सोकर उठी और गेट खोलकर देखी तो सामने पुलिस थी।’थोड़ी देर बाद पुलिस घर में घुस गई। ऊपर के रास्ते सीढ़ी पर भी चढ़ी थी। पानी के टंकी से टूटा हुआ कुछ सामान मिला है। मेरे तीनों बेटे, विश्वजीत, अभिषेक और चंद्रलेश को पुलिस ने पकड़ लिया है।’
मुन्नी देवी ने कहा-
छोटा बेटा चेन्नई में रहता है। पुलिस क्यों आई, यह पता नहीं है। सरोज को एक आदमी मेरे घर पर कूदते देख लिया। इसलिए पुलिस मेरे घर घुस गई।छापेमारी में STF के अलावा पटोरी, मोहनपुर, मोहिउद्दीन नगर और विद्यापति नगर थाने की पुलिस मौके पर मौजूद रही।
एक साल पहले हुए सस्पेंड
1 साल पहले सरोज सिंह सस्पेंड हुए थे। उन पर आर्मी में अवैध तरीके से नौकरी दिलाना, अपराधियों से सांठ-गांठ और अवैध हथियार की तस्करी का आरोप था।सरोज सिंह बिहार पुलिस में ASI हैं, फिलहाल सस्पेंड हैं। बताया जाता है कि सरोज सिंह की अपने इलाके में दबंग पुलिस अफसर वाली छवि है।बिहार पुलिस महकमे के सीनियर ऑफिसर्स को सरोज सिंह के गलत कामों की जानकारी मिली थी, जिसके बाद उन्हें पहले ही निलंबित कर दिया गया था।
करीब 8 महीने ड्यूटी से गायब थे
सरोज कुमार सिंह पहले PTC जवान थे। जहानाबाद के ट्रैफिक थाना में इसकी पोस्टिंग थी। 20 सितंबर 2024 को ये छुट्टी पर गया था। इसके बाद ये 12 अप्रैल 2025 तक ड्यूटी पर वापस नहीं लौटा। तब जहानाबाद SP ने इसके खिलाफ जांच शुरू करवाई।सब इंस्पेक्टर उपेंद्र मिश्रा जांच के लिए समस्तीपुर में सरोज के गांव गए, लेकिन घर पर वो नहीं मिला। उपेंद्र मिश्रा घर से मोहिउद्दीन नगर थाने गए, जहां से सरोज की क्रिमिनल हिस्ट्री का पता चला।उसपर 2013 से लेकर 2024 तक में जानलेवा हमले से लेकर आर्म्स एक्ट के कुल 9 FIR दर्ज मिले। इसके बाद जहानाबाद SP के आदेश पर सरोज के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए गए।इस पूरे मामले में पिछले महीने 2 मई को सरोज से 7 दिनों के अंदर स्पष्टीकरण मांगा गया था।