“ऑपरेशन की रात जन्मे बच्चों का नाम परिवारवालों ने ‘सिंदूर’,’सिंदूरी’ और ‘सिंदू’ रखा
पटना।पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकी हमले का बदला भारत ने 6-7 मई की रात पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक से लिया था। इसे ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया था। ऑपरेशन की रात बिहार के अलग-अलग जिलों में जन्मे नवजातों का नाम सिंदूर पर रखा। इसमें मुजफ्फरपुर में 50, पटना में 7, फारबिसगंज और कटिहार में एक-एक नवजात हैं। इनके परिवारों ने कहा इस ऐतिहासिक दिन को हम बच्चों के जन्मदिन के रूप में हर साल याद करेंगे।
पटना में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ सारिका राय ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर लिखकर यह संदेश देना चाहते हैं कि हम सुरक्षित देश में हैं। सीतामढ़ी के बेलसंड थाना क्षेत्र की रहने वाली वंदना देवी ने कहा-उनका पोता बड़ा होकर सेना में जाकर देश की सेवा करेगा। फारबिसगंज में भाजपा नेता अविनाश कन्नौजिया अंशु के छोटे भाई सिद्धार्थ कन्नौजिया और उनकी पत्नी पूजा साह के घर बेटी का जन्म हुआ।
दादा मधुसूदन कन्नौजिया और दादी मुन्नी देवी ने कहा, पोती को सेना में भेजकर देश सेवा का सपना पूरा करेंगे। कटिहार के कुर्सेला थाना क्षेत्र के बालथी महेशपुर गांव में संतोष मंडल और राखी कुमारी ने बेटी का नाम सिंदूरी रखा। कहा यह नाम बेटी की पहचान बनेगा। मुजफ्फरपुर के बोचहां प्रखंड के कन्हारा निवासी हिमांशु राज ने अपनी बहन की बेटी का नाम सिंदूर रखा है। वे हर साल भांजी के जन्मदिन के साथ ऑपरेशन सिंदूर का जश्न भी मनाएंगे। मोतिहारी के फेनहारा में अनिकेत ने भी नवजात बेटे का नाम सिंदूर रखा है। मुजफ्फरपुर में मंगलवार रात से बुधवार सुबह तक सरकारी और निजी अस्पतालों में 100 से ज्यादा बच्चों ने जन्म लिया।
एसकेएमसीएच में 18, केजरीवाल अस्पताल में 12, सदर अस्पताल में 5 और अन्य पीएचसी व निजी अस्पतालों में दर्जनों बच्चों का जन्म हुआ। खास बात यह रही कि 50 से ज्यादा बच्चों के नाम उनके परिवारों ने ‘सिंदूर’, ‘सिंदूरी’ और ‘सिंदू’ रखा। एसकेएमसीएच की डॉ. नेहांजलि ने बताया कि कई परिवारों ने बच्चों का नाम ‘सिंदूर’ रखा। कांटी की सुष्मिता देवी ने बताया कि उसके पोता का नाम ‘सिंदूर’ होगा, ताकि वह जान सके कि वह उस रात पैदा हुआ जब भारत ने आतंक के खिलाफ आवाज उठाई। –