बिहार के 38 जिलों में बारिश-आंधी का अलर्ट:31 मई तक मौसम में बदलाव नहीं
पटना।मौसम विभाग ने आज बिहार के सभी 38 जिलों में आंधी-बारिश की संभावना जताई है। इसे लेकर विभाग की ओर से दरभंगा, भागलपुर, मुजफ्फरपुर समेत 18 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। यहां आकाशीय बिजली गिरने का भी अलर्ट है।वहीं, गया, नवादा सहित 20 जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी है। इन जिलों में 40KM/H की रफ्तार से हवा चलेगी। साथ ही हल्की बारिश हो सकती है। पटना में आज भी बादल छाए रहने की संभावना है। कुछ इलाकों में बारिश होने के आसार हैं।
पटना मौसम विज्ञान के मुताबिक, प्रदेश में 31 मई तक मौसम में बदलाव की संभावना नहीं है। केरल में मानसून ने दस्तक दे दी है। संभावना है कि बिहार में 10 जून तक मानसून की एंट्री हो सकती है।
पिछले 24 घंटे में कैसा रहा मौसम…
बीते 24 घंटे में के दौरान कटिहार, सुपौल में बारिश हुई। वहीं, रविवार को 35.4 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ पटना सबसे ज्यादा गर्म रहा। वहीं, बांका का तापमान 31.2 डिग्री रहा।वहीं, पटना में रविवार को दिनभर बादल छाए रहे। हालांकि, दिन चढ़ने के साथ ही धूप निकल आई। राजधानी में बीते दिन तापमान 35.4 डिग्री दर्ज किया गया, जो अन्य जिलों के मुकाबले सबसे ज्यादा था
आगे क्या—
31 मई तक आंधी-पानी का सिलसिला जारी रहेगा
मौसम विभाग ने कहा है कि 31 मई तक राज्य के कई हिस्सों में आंधी और बारिश की संभावना बनी हुई है। खासकर उत्तर और पूर्वी बिहार में झमाझम बारिश होने की संभावना है। यह बारिश किसानों के लिए राहतभरी है, लेकिन आकाशीय बिजली से सुरक्षा को लेकर सतर्कता बरतना जरूरी होगा।
नौतपा पर मौसम का असर पड़ेगा फीका
मौसम विभाग के अनुसार, इस बार नौतपा (25 मई से शुरू होने वाला नौ दिनों का सबसे गर्म दौर) के दौरान भी राज्य में मौसम के तेवर थोड़े नरम रह सकते हैं।
इसकी वजह अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी युक्त हवाएं हैं, जिनकी वजह से राज्य में आंधी-पानी का सिलसिला बना हुआ है।हवा में 80 प्रतिशत तक नमी है, जिससे तापमान तो अधिक रहेगा, लेकिन बारिश और तेज हवाओं के कारण नौतपा का असर उतना तीव्र नहीं पड़ेगा, जितनी आमतौर पर उम्मीद होती है।
मानसून को लेकर उम्मीदें, इस बार सामान्य से ज्यादा वर्षा का पूर्वानुमान
केरल में मानसून ने शनिवार (24 मई) को दस्तक दे दी है। आमतौर में केरल में मानसून 1 जून तक आने की संभावना रहती है। मानसून को केरल से बिहार पहुंचने में 15 से 16 दिन का समय लगता है।ऐसे में बिहार में भी मानसून समय से पहले पहुंच सकता है। संभावना है कि बिहार में मानसून की एंट्री 10 से 12 जून के बीच हो सकती है। हालांकि, इसका अंतिम निर्णय हवा की गति, नमी और बादलों की स्थिति पर निर्भर करेगा।
इस साल मानसून सीजन में अल नीनो की संभावना नहीं
मौसम विभाग ने अप्रैल में कहा था कि 2025 के मानसून सीजन के दौरान अल नीनो की संभावना नहीं है। यानी इस साल सामान्य से ज्यादा बारिश होगी। कम बारिश की आशंका न के बराबर है। 2023 में अल नीनो सक्रिय था, जिसके कारण मानसून सीजन में सामान्य से 6 फीसदी कम बारिश हुई थी।
अल नीनो: इसमें समुद्र का तापमान 3 से 4 डिग्री बढ़ जाता है। इसका प्रभाव 10 साल में दो बार होता है। इसके प्रभाव से ज्यादा बारिश वाले क्षेत्र में कम और कम बारिश वाले क्षेत्र में ज्यादा बारिश होती है।ला नीना: इसमें समुद्र का पानी तेजी से ठंडा होता है। इसका दुनियाभर के मौसम पर असर पड़ता है। आसमान में बादल छाते हैं और अच्छी बारिश होती है।