मॉनसूनी हवाएं सीमांचल की दहलीज पर,बिहार में इस बार वक्त से पहले बरसेगा आसमान
Monsoon In Bihar: पटना.मॉनसूनी हवाएं सोमवार तक पूरे नाॅर्थ इस्ट के सभी सात राज्यों में सक्रिय हो गयी है. मॉनसून का एक छोर मुंबइ के आसपास तो दूसरा छोर असम व पश्चिम बंगाल की सीमा के करीब है. मॉनसून की यही चाल रही तो महीने के अंत तक यह बिहार के सीमांचल तक दस्तक दे सकता है. बता दें कि इस बार एक जून की बजाय 24 मई को ही मॉनसून केरल तट तक पहुंच गया है. मानसूनी हवाएं अब बंगाल की खाड़ी होकर नॉर्थइस्ट पहुंच गया. अब यह आगे बढ़कर बिहार, झारखंड व पश्चिम बंगाल के अन्य हिस्सों में सक्रिय होगी.
समय से पहले बिहार आ जाएगा मानसून
बीते वर्ष 2024 में 28 जून को भागलपुर, बांका, मुंगेर व पूर्व बिहार व संथाल परगना में एक्टिव हुआ था. वहीं 2023 में 21 जून को मॉनसून भागलपुर पहुंचा था. इस बार मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि समय से पहले पूर्व बिहार में भी माॅनसून आयेगा. बीते दो दशक के रिकॉर्ड को देखें तो भागलपुर जिले में मॉनसून 10 जून को पहुंचता है. वहीं 10 अक्तूबर तक वापस लौट जाता है. इस अवधि में जिले में करीब औसतन एक हजार मिलीमीटर बारिश मॉनसून से होती है. हालांकि माैसम विभाग देशभर के लिए एक जून से 31 सितंबर तक मॉनसून सीजन मानता है.
प्री माॅनसून की बारिश जारी रहेगी
जिले में सोमवार को आसमान में हल्के बादल छाये रहे. दिन में कई बार तेज धूप भी निकली. लोगों को ऊमस का अहसास हुआ. दिन का अधिकतम तापमान 30.7 डिग्री व न्यूनतम तापमान 24.9 डिग्री रहा. हवा में नमी की मात्रा 93 प्रतिशत रहा. पूर्व दिशा से 8.7 किमी/घंटा की गति से हवा चली. भारत मौसम विज्ञान विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, प्री मानसून गतिविधियों के कारण 28 मई तक जिले के एक या दो स्थानों पर हल्की वर्षा व गरज के साथ बिजली चमकने का अनुमान है. पूर्वानुमान की अवधि में 11-25 किमी/घंटा की गति से पूर्वा हवा चल सकती है.
अनाज को सुरक्षित स्थान पर करें भंडारण
बीएयू सबौर के ग्रामीण कृषि मौसम सेवा के नोडल पदाधिकारी डॉ वीरेंद्र कुमार ने बताया कि आगामी दिनों में वर्षा की संभावना को देखते हुए मक्का व अरहर की कटाई एवं दौनी अविलंब पूरा कर दानों को सुरक्षित स्थानों पर भंडारित करें. खड़ी फसलों में सिंचाई स्थगित करें. खाद, कीटनाशक का छिड़काव आसमान साफ रहने पर ही करें. ठनका की चेतावानी के लिए मोबाइल में दामिनी एप डाउनलोड करें.