बिहार का प्रेमी,ओडिशा की प्रेमिका, साथ-साथ गंगा में डूबे:गांव वाले बोले-मंदिर में पूजा किया फिर…
पटना.भोजपुर में शुक्रवार को गंगा नदी से एक प्रेमी जोड़े का शव मिला है। दोनों की लाश कमर के ऊपर तक पानी में तैरती मिली। स्थानीय लोगों का कहना है कि दोनों ने गंगा में जल समाधि ले ली।गांव वालों का कहना है कि ‘प्रेमी जोड़े ने सुसाइड किया है। दोनों ने पहले बखोरापुर मंदिर में पूजा की। काफी देरी तक वहां बैठे रहे। इसके बाद बुलेट पर बैठकर होकर केशवपुर गंगा घाट के किनारे आए।’
‘प्रेमी ने बाइक को गंगा घाट के किनारे खड़ा किया। इसके बाद हेलमेट, पर्स जमीन पर रखा। सरिता ने स्लीपर खोली। फिर दोनों ने गंगा में एक दूसरे को पकड़कर पहले डुबकी लगाई, फिर सांस बंद कर बैठ गए।’काफी देर तक दोनों बाहर नहीं निकले तो स्थानीय लोगों ने गोताखोरों की मदद से दोनों को बाहर निकाला। तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी।’मृतक लड़के की पहचान विकास कुमार (31) के रूप में हुई है, जो भोजपुर के सिकरहट्टा थाना क्षेत्र के बसौरी गांव का रहने वाला था। वहीं, लड़की सरिता कुमारी (31) ओडिशा के गंजम जिले के कतरा गांव की रहने वाली थी। वो तमिलनाडु में टीचर थी।
पढ़िए क्या है पूरा मामला
दरअसल, ये पूरा मामला घटना बड़हरा थाना के केशवपुर गंगा घाट के किनारे का है। स्थानीय लोगों के मुताबिक, प्रेमी जोड़े को 12 से 12:30 बजे के बीच बखोरापुर मंदिर में देखा गया था।इसके बाद दोपहर 3 से 3:30 बजे के आसपास केशवपुर घाट पहुंचे थे। करीब एक घंटे तक जब प्रेमी जोड़ा वापस नहीं लौटे तो गांव के लोग गंगा घाट किनारे पहुंचे। जिसके बाद लोगों ने बड़हरा थाना की पुलिस को जानकारी दी।
शाम करीब 5 बजे मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों को आसपास के इलाके में खोजा। जब प्रेमी जोड़ा कहीं नहीं मिला, तो स्थानीय गोताखोर और SDRF को बुलाया गया। इसके बाद गोताखोरों ने प्रेमी जोड़े के शव को एक-एक कर गंगा के पानी से निकाला।कहा जा रहा है कि दोनों की लाश कमर तक पानी में मिली है। दोनों की जल समाधि लेने की चर्चा इसी कारण से हो रही है, क्योंकि घटनास्थल पर किसी तरह के लड़ाई झगड़े के निशान नहीं हैं, न ही वहां कोई आते-जाते देखा गया।
भोजपुर का प्रेमी, ओडिशा की थी प्रेमिका
पुलिस ने लड़की और लड़के की लाश को पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। साथ ही दोनों के परिजन को भी सूचना दे दी गई है।पुलिस के मुताबिक, सरिता के पिता दिलीप नायक को घटना की सूचना दे दी गई है। वे शनिवार को भोजपुर पहुंचेंगे। सरिता पेशे से टीचर, जबकि उसके पिता ओडिशा पुलिस में दरोगा हैं।वहीं, विकास दिल्ली में बजाज फाइनेंस कंपनी में था। लेकिन पिछले साल मार्च में पिता के निधन के बाद पीरो थाना क्षेत्र के DSP ऑफिस के पास मकान बनाकर मां के साथ रहता था।
मां बोली- कहा था- ट्रेनिंग पर जा रहा हूं
विकास की मां पुष्पलता देवी ने बताया, ‘आज (शुक्रवार) सुबह साढ़े आठ बजे घर से ट्रेनिंग करने जाने के लिए बोलकर निकला था। इसके बाद साढ़े ग्यारह बजे फोन किया और पूछा कि नाश्ता कर ली हो।’मैंने कहा- ‘हां, मैं नाश्ता कर चुकी हूं। तो उसने पूछा कि मम्मी झूठ नहीं ना बोल रही हो? इसके बाद उसने फोन को काट दिया।’मेरे हसबैंड जब सिलिगुड़ी में पोस्टेड थे। एक बार विकास वहां गया था। वहीं एक स्कूल में सरिता पढ़ाती थी। इसी दौरान दोनों की मुलाकात हुई थी।’मुझे जो जानकारी है, सरिता इन दिनों बेंगलुरु के किसी स्कूल में पढ़ाती थी। वो भोजपुर कब आई, मुझे इसकी जानकारी नहीं है।’
पुष्पलता ने बताया-
विकास और सरिता के बीच कुछ दिनों पहले तक बातचीत नहीं होती थी। लड़की अच्छी थी, लड़की का परिवार अच्छा था। विकास मेरा इकलौता बेटा था। एक बेटी रानी उर्फ शालू है।
गांव में काम रहता था विकास, दानापुर में रहने की बात
विकास कुमार शर्मा अपने परिवार का इकलौता बेचा था। उसके पिता सूरज शर्मा सेना से रिटायर्ड थे। एक साल पहले उनका निधन हो गया था। विकास मां और दो बहनों के साथ पहले पीरो नगर परिषद में रहता था। वह ऑनलाइन दुकान चलाता था। जिस बुलेट बाइक से वह घाट पहुंचा, उसका नंबर WB34 BV/1253 है.बाइक पश्चिम बंगाल के पश्चिम मेदिनीपुर जिला केखड़गपुर एयरफोर्स स्टेशन, कालीकुंडा से रजिस्टर्ड है। बाइक 6 अप्रैल 2021 को श्री साईं ऑटोमोबाइल, आवासगढ़, मेदिनीपुर से खरीदी गई थी।
जल समाधि लेकर सुसाइड क्यों किया, इस बारे में कुछ स्पष्ट नहीं
विकास और सरिता ने जल समाधि लेकर सुसाइड क्यों किया। इस बारे में कुछ भी पता नहीं है। घटनास्थल पर किसी तरह का कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है.फिलहाल, दोनों के मोबाइल को जब्त कर पुलिस पड़ताल कर रही है। पुलिस के मुताबिक, जब शनिवार को लड़की के पिता ओडिशा से आएंगे, तब कुछ स्पष्ट हो सकता है।