“लालू यादव दिल्ली से इलाज कराकर 36वें दिन पटना लौटे:कहा- हमें अपनी सेना पर गर्व है
पटना।पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव दिल्ली में इलाज के बाद गुरुवार की देर शाम पटना लौटे। उनके साथ उनकी बड़ी बेटी और पाटलिपुत्र से सांसद डॉ. मीसा भारती भी थीं। राजद सुप्रीमो 35 दिनों के बाद यानी 36वें दिन पटना लौटे हैं।
उनको देखने के लिए पटना एयरपोर्ट पर राजद कार्यकर्ताओं और समर्थकों की भीड़ उमड़ गई। समर्थक अपने नेता की एक झलक पाने को बेताब दिखे। लालू यादव व्हीलचेयर पर एयरपोर्ट से बाहर आए और कार तक पहुंचे। आतंकवादियों के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन सिंदूर पर लालू ने भारतीय सेना की सराहना की।
लालू यादव ने कहा कि देश की सेना पर हमें गर्व है। हम सभी भारतीय सेना के साथ खड़े हैं। उन्होंने देश की सुरक्षा के लिए हमेशा बेहतरीन काम किया है और आगे भी करते रहेंगे।
बेटी मीसा भारती ने भी ऑपरेशन सिंदूर पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा “हमारी सेना आतंकवाद से निपटने में पूरी तरह सक्षम है। देश के दुश्मनों को सेना मुंहतोड़ जवाब दे रही है और आगे भी देती रहेगी। पूरा देश सेना के साथ खड़ा है”
पटना एयरपोर्ट पर जुटे कार्यकर्ताओं ने किया लालू का स्वागत
लालू यादव के आगमन को लेकर कार्यकर्ताओं में खासा उत्साह देखा गया। कई कार्यकर्ता बैनर-पोस्टर और फूलों की मालाएं लेकर एयरपोर्ट पर पहुंचे थे। एयरपोर्ट परिसर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी थी ताकि किसी प्रकार की अव्यवस्था न फैले। कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की और उनका भव्य स्वागत किया। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।
लैंड फॉर जॉब केस में बढ़ी लालू की मुश्किलें
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री लालू प्रसाद यादव के खिलाफ ‘जमीन के बदले नौकरी’ घोटाले में मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी है। यह मंजूरी दंड प्रक्रिया संहिता (CrPC) की धारा 197(1) और भारत न्याय संहिता (BNSS), 2023 की धारा 218 के तहत दी गई है।
यह मामला प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग के केस से जुड़ा है। ईडी ने पिछले साल अगस्त में लालू यादव, उनके बेटे और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहित परिवार के कई सदस्यों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया था।
यह मामला केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की एक FIR से जुड़ा है, जिसमें आरोप है कि जब लालू प्रसाद 2004 से 2009 के बीच केंद्रीय रेल मंत्री थे, तब उन्होंने रेलवे में ग्रुप-डी की नौकरियों में भ्रष्टाचार किया।
FIR के अनुसार, जिन उम्मीदवारों को रेलवे में नौकरी दी गई, उनसे या उनके परिवार से जमीन ट्रांसफर करने के लिए कहा गया था। यह जमीनें लालू यादव के परिवार के सदस्यों के नाम पर सीधे या परोक्ष रूप से रजिस्टर्ड की गई। CBI इस मामले में अब तक तीन चार्जशीट दाखिल कर चुकी है।