पटना जेपी गंगा पथ का विस्तार,गोला रोड के चौड़ीकरण का काम जून से होगा
पटना।जेपी गंगा पथ के विस्तार और गोला रोड के चौड़ीकरण का काम जून से होगा। गुरुवार को जिला कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति की बैठक में प्रगति यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा घोषित कार्यों को जून से शुरू करने का निर्णय लिया गया। इन योजनाओं की टेंडर प्रक्रिया चल रही है।
उपमुख्यमंत्री सह पटना जिले के प्रभारी मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा-हम सबका उद्देश्य जनसमस्याओं का जल्द-से-जल्द निदान करना है, ताकि विकास की धारा सभी व्यक्ति तक पहुंचे। पटना जिले का हर शहर और हर गांव सुंदर बने। डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2020-21 से 2025-26 तक करीब 44867.02 लाख की 6443 योजनाओं को प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गई है।
इनमें से 5726 योजनाओं को पूरा कर लिया गया है। 185 योजनाओं को रद्द किया गया है। 532 योजनाएं प्रगति पर हैं। इन्हें समयसीमा के भीतर पूरा कर लिया जाएगा। मौके पर राज्यसभा डॉ. भीम सिंह, विधायक अरुण कुमार सिन्हा, ज्ञानेंद्र कुमार सिंह, भाई वीरेंद्र, डॉ. रामानंद यादव, अनिरुद्ध कुमार, संजीव चौरसिया, रेखा देवी, गोपाल रविदास, सिद्धार्थ सौरव, संदीप सौरभ, विधान पारिषद सदस्य नीरज कुमार, कार्तिक कुमार, रवींद्र प्रसाद सिंह, गुलाम गौस, शशि यादव, महापौर सीता साहू, जिप अध्यक्ष अंजू देवी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना समेत कई योजनाओं की समीक्षा हुई
मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना, सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, स्वास्थ्य, शिक्षा, जिला निबंधन-सह-परामर्श केंद्र, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण, समाज कल्याण, सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रम, बाल संरक्षण इकाई, पंचायती राज, ग्रामीण विकास, जीविका, नगर विकास एवं आवास, कृषि, लघु जल संसाधन, पशुपालन, सहकारिता, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण, ऊर्जा, राजस्व एवं भूमि सुधार, वन, मुख्यमंत्री खेल विकास, श्रम संसाधन सहित अन्य सभी विभागों की योजनाओं की समीक्षा हुई।
उपमुख्यमंत्री ने बाढ़ पूर्व तैयारी के लिए संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने, बाढ़ आने की स्थिति में जान-माल की सुरक्षा और ससमय राहत पहुंचाने के लिए एसओपी के अनुसार एसडीओ, एसडीपीओ, सीओ और थाना प्रभारी को तत्काल रिस्पांस करने का निर्देश दिया गया है। इसमें सरकारी नाव, निजी नावों के साथ एकरारनामा, महाजाल, लाइफ जैकेट, प्रशिक्षित गोताखोरों, शरण स्थलों, पेयजल, पशु और मानव दवा, मेडिकल टीम, ब्लीचिंग पाउडर, हैलोजन टेबलेट आदि की व्यवस्था शामिल है।