8 ट्रांसजेंडर्स ने निकाली कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा,लोग किन्नर-छक्का कहते थे,आज बिहार पुलिस में सिपाही बनीं
पटना।CSBC ने शुक्रवार को 21,391 सिपाही की भर्ती परीक्षा का रिजल्ट जारी किया है। इनमें 11 हजार से ज्यादा महिलाओं ने बाजी मारी है। इस बार 8 ट्रांसजेंडर्स भी सिपाही बने हैं।इनमें गोपालगंज की रहने वाली दिव्या ओझा भी शामिल हैं। दिव्या रहमान सर की स्टूडेंट रही हैं। पिछले ढाई साल से दिव्या पटना में रहकर तैयारी कर रही थीं।
भास्कर से बातचीत में दिव्या ने अपनी कहानी सुनाई। दिव्या ने कहा कि, ‘मैं बहुत खुश हूं। मैंने अपने जीवन और पहचान के लिए बहुत लड़ी है। लोग मुझे ताने मारते थे। बाहर निकलते ही लोग कहते थे देखो किन्नर जा रही, छक्का जा रहा है, लेकिन मैं हमेशा पॉजिटिव रही। संघर्ष किया और आगे बढ़ती रही।’
ट्रांसजेंडर्स बाहर निकलें, मेहनत करें
दिव्या ने बताया- ‘बिहार कॉन्स्टेबल एग्जाम में सिलेक्ट होने के बाद रहमान सर से मिलने आई हूं। जीवन में जितने दुख दर्द थे सब भूल गई हूं। ढाई साल से सर के पास तैयारी कर रही हूं। आज मेरी मेहनत रंग लाई है।
दिव्या ने बताया कि,
दुख से बहुत पुराना नाता है। जीवन में बहुत तकलीफों का सामना करना पड़ा है। मेरे ट्रांसजेंडर होने की वजह से लोगों से बहुत कुछ सुना है। मैं अपने सभी ट्रांसजेंडर भाई बहनों से कहूंगी कि घरों से बाहर निकलिए। जीवन में आगे बढ़िए। संघर्ष कीजिए। सारे दुख दर्द दूर हो जाएंगे।
लिखित परीक्षा के बाद 1,07,079 कैंडिडेट्स हुए थे शॉर्टलिस्ट
सिपाही भर्ती एग्जाम में कुल 17,87,720 अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया था, इसमें से 11,95,101 ने अगस्त 2024 में आयोजित छह चरणों के रिटन एग्जाम दिया था।रिटन के आधार पर 1,07,079 अभ्यर्थियों को शारीरिक दक्षता परीक्षा (PET) के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया था, जिसमें 86,539 अभ्यर्थी शामिल हुए। इसमें 53,960 मेल, 32,569 फीमेल और 10 ट्रांसजेंडर शामिल रहे।वहीं, PET परीक्षा 9 दिसंबर 2024 से 10 मार्च 2025 तक पटना में हुई थी। परफॉर्मेंस के आधार पर कुल 21,391 अभ्यर्थियों का चयन किया गया, जिसमें 19,958 बिहार पुलिस और 1,433 बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस में नियुक्त होंगे।
11,178 महिलाएं भी शामिल
चयनित अभ्यर्थियों में 10,205 पुरुष, 11,178 महिलाएं और 8 ट्रांसजेंडर शामिल हैं। भर्ती में 8556 पद अनारक्षित हैं। आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए 2140, अनुसूचित जाति के लिए 3400, अनुसूचित जनजाति के लिए 228, अत्यंत पिछड़ा वर्ग के लिए 3842, पिछड़ा वर्ग के लिए 2570, पिछड़े वर्गों की महिला के लिए 655 पद आरक्षित हैं.