पटना में डॉक्टर, दो नर्स सहित 6 कोरोना पॉजिटिव: NMCH में काेराेना वार्ड बना
पटना में मंगलवार को कोरोना के छह नए मरीज मिले हैं। एम्स पटना में एक महिला डॉक्टर, दो महिला नर्स सहित तीन कर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।तीनों में सर्दी-जुकाम के लक्षण हैं। NMCH मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भी दो मरीजों की रिपोर्ट कोरोना की पॉजिटिव आई है। सर्दी, खांसी, बुखार व दर्द के लक्षण पर तीनों कर्मियों की कोरोना की जांच कराई गई तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
शहर के आरपीएस मोड़ स्थित एक 42 वर्षीय पुरुष कोविड पॉजिटिव पाया गया। राजा बाजार स्थित एक निजी लैब में मरीज की जांच हुई थी। जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। बीते 24 घंटे के अंदर कुछ छह मरीज कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने कहा कि तीन मरीजों को भर्ती किया गया है। बाकी मरीज होम आइसोलेट हैं।
PM के 100 मीटर के दायरे में रहने वालाें की कोरोना जांच हाेगी
प्रधानमंत्री का बिहार दौरा 29-30 मई को है। इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट है। कोरोना को देखते हुए विशेष सतर्कता बरती जाएगी। प्रधानमंत्री के 100 मीटर के दायरे में रहने वाले सभी लोगों की काेराेना जांच हाेगी।
स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर सिविल सर्जन और उनकी टीम को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने बताया कि सभी रैपिड किट से जांच हाेगी। उन्होंने बताया कि पटना जिले में कोरोना के केस मिलने के बाद PMCH, NMCH, न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल, शास्त्रीनगर LNJP हड्डी अस्पताल के अलावा सभी PHC और अनुमंडलीय अस्पतालों में जांच करने के निर्देश जारी किए गए हैं। जल्द ही रैपिड किट उपलब्ध करा दी जाएगी।
NMCH में 100 बेड का काेराेना वार्ड बना
NMCH में मंगलवार को चार मरीजाें की कोरोना जांच की गई। इनमें दो पॉजिटिव पाए गए। ये मरीज भागवतनगर और फतुहा के हैं। भागवत नगर के मरीज मेडिसिन विभाग, जबकि फतुहा के मरीज आंख विभाग में इलाज कराने पहुंचे थे। अधीक्षक डॉ. रश्मि प्रसाद ने बताया कि खांसी-सर्दी के लक्षण मिलने पर जांच कराई गई। दोनों मरीजों को घर में रहने को कहा गया है। उधर, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हाे गया है। NMCH में 100 बेड का अलग डेडिकेटेड कोविड वार्ड बनाया गया है। इसमें ओटी भी होगा। काेराेना पीड़ित मरीजों का जरूरी ऑपरेशन किया जा सकेगा।
अस्पताल में RTPCR की सुविधा
NMCH में RTPCR जांच की सुविधा उपलब्ध है। अधीक्षक डाॅ. रश्मि प्रसाद ने बताया कि मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. अजय कुमार सिन्हा को नोडल अफसर और RTPCR की रिपोर्टिंग के लिए माइक्रोबायोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. संजय कुमार को नोडल अफसर बनाया गया है। काेराेना के केस बढ़ने पर सभी विभागों के डाॅक्टराें और कर्मियों का रोस्टर बनेगा। इसके लिए शिशु रोग विभाग के डाॅ. अखिलेश कुमार को जिम्मेदारी दी गई है। जरूरी होने पर ही नर्सिंग स्टाफ को छुट्टी मिलेगी। लंबी छुट्टी की अनुमति नहीं मिलेगी।