कोर्ट के आदेश पर दिल्ली पुलिस बेगूसराय पहुंची: दफनाए गए नवजात के शव को निकाला बाहर
बेगूसराय।दिल्ली के रोहिणी कोर्ट के आदेश पर पुलिस टीम सोमवार को बेगूसराय पहुंची। 8 दिन पहले दफनाए गए नवजात के शव को मजिस्ट्रेट और नगर थाना पुलिस की मौजूदगी में बाहर निकाला। सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में वीडियोग्राफी कराते हुए गंगा तट पर अंतिम संस्कार किया गया। शव का बेसरा सुरक्षित रख लिया गया है। अब FSL जांच और डीएनए टेस्ट कराया जाएगा.दरअसल, बेगूसराय का एक परिवार दिल्ली के प्रेम नगर इलाके में रहता था। पति-पत्नी काम करने चले जाते थे। घर में 13 साल की बच्ची अकेली रहती थी। इसी का फायदा उठाकर मकान मालिक(55) ने नाबालिग के साथ कई बार रेप किया। किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी।
बच्चे को जन्म देने के बाद लड़की बेगूसराय आ गई
लड़की के गर्भवती होने पर मामले का खुलासा हुआ। काफी दिन के बाद पता चलने के कारण गर्भपात करना ठीक नहीं था। इसके बाद पीड़िता की मां ने प्रेम नगर थाने में मामला दर्ज कराया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। यह मामला रोहिणी के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश-4 पॉस्को के कोर्ट में चल रहा था।इस दौरान नाबालिग ने पिछले महीने एक बच्चे को जन्म दिया। इसके बाद परिजन लड़की को लेकर बेगूसराय आ गए। जहां 8 दिन पहले नवजात की मौत हो गई। शव को महमदपुर में रेलवे लाइन के किनारे दफना दिया। कोर्ट में ट्रायल के दौरान आरोपी रेप की बात से मुकर गया।
रोहिणी कोर्ट ने बेगूसराय के डीएम को दिया आदेश
कोर्ट ने DNA टेस्ट का आदेश दिया। इस पर पीड़िता पक्ष ने कहा कि बच्चे की मौत हो गई है। कोर्ट ने शव को दफनाए गए जगह से निकाल कर वीडियोग्राफी कराते हुए पोस्टमार्टम कराने का आदेश बेगूसराय के डीएम को दिया। जिसके बाद केस के अनुसंधानकर्ता बेगूसराय पहुंचे। डीएम ने शव को निकालने, पोस्टमार्टम कराने और अंतिम संस्कार के लिए मजिस्ट्रेट के तौर पर बेगूसराय सदर बीडीओ को प्रतिनियुक्त किया।
सोमवार देर शाम मेडिकल बोर्ड की मौजूदगी में 22 दिन के नवजात के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। रात में गंगा घाट पर उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। जबकि, बेसरा को जांच और डीएनए टेस्ट के लिए अनुसंधानकर्ता को सौंप दिया गया है।