बाल हृदय योजना से मासूमों के चेहरे पर आ रही है मुस्कान, सर्जरी के लिए 2 बच्चे भेजे गये अहमदाबाद
वैशाली । मुख्यमंत्री के सात निश्चय पार्ट-2 में शामिल महत्वाकांक्षी योजना बाल हृदय योजना बच्चों के जीवन को उज्जवल बनाने में सार्थक सिद्ध हो रही है। इस योजना के तहत कई बच्चों के दिल के छेद का ऑपरेशन कराकर नया जीवनदान दिया गया है। इसी कड़ी में वैशाली से फिर 2 बच्चें जिनके दिल में छेद है उनको सर्जरी के लिए अहदाबाद भेजा गया है। जिला स्वास्थ्य समिति वैशाली से एंबुलेंस के माध्यम से पटना भेजा गया, जहाँ से आवश्यक प्रक्रिया पूरी होने के बाद फ्लाइट से अहमदाबाद भेजा गया।
वैशाली जिला से मुख्यमंत्री बाल ह्रदय योजना अंतर्गत 129 सफल सर्जरी के बाद फिर 2 बच्चों नाम विशाल कुमार – महुआ और रौनक कुमार – महनार प्रखंड से शुक्रवार क़ो श्री सत्य साईं ह्रदय अस्पताल अहमदाबाद सर्जरी हेतु, डॉ शाइस्ता डीइआईसी प्रबंधक सह समन्वयक आरबीएसके, डॉ गुड़िया जिला मलेरिया पदाधिकारी, डॉ अमित आनंद जिला लेखा प्रबंधक, डॉ दीपक कुमार जिला क्वालिटी एश्योरेंस, ऋतुराज जिला अनुश्रवण एवं मुल्यांकन पदाधिकारी, श्रीमती निभा रानी सिन्हा डीसीएम एवं मजहर अली अस्पताल प्रबंधक ने एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाकर पटना के लिए रवाना किया। इन सभी बच्चों के दिल में छेद का ऑपरेशन अहमदाबाद में किया जायेगा। सिविल सर्जन वैशाली ने बताया कि राज्य सरकार आर्थिक तंगी या किसी अन्य कारणों से बच्चों का इलाज कराने में असक्षम लोगों को जरूरी मदद उपलब्ध कराने के प्रति प्रतिबद्ध है। उनका उद्देश्य बच्चों को समय पर उचित इलाज उपलब्ध कराना है ताकि वे स्वस्थ होकर सामान्य जीवन जी सकें।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत 0 से 18 साल तक के चर्मरोग, दांत, आंख, श्वसन संबंधी विकार, जन्मजात विकलांगता, कटे होंठ व तालू सहित कई अन्य रोगों का नि:शुल्क इलाज उपलब्ध कराया जाता है। आम लोगों में इस कार्यक्रम के प्रति जागरूक होने और दूसरों को भी जागरूक करने की अपील की। सरकार की यह पहल न केवल बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने का प्रयास है, बल्कि समाज के कमजोर वर्ग को यह एहसास दिलाती है कि उनके बच्चों का भविष्य सुरक्षित हाथों में है।
यह कदम उन परिवारों के लिए आशा की किरण है जो अपने बच्चों के इलाज के लिए संघर्ष कर रहे हैं। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत संचालित मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के तहत हृदय रोग से ग्रसित ग्रसित बच्चों के नि:शुल्क इलाज का प्रावधान है। जिले में अब तक दर्जनों बच्चे योजना का लाभ उठाते हुए सामान्य जीवन जी रहे हैं। इस मौके पर अशरफुल होदा, प्रदीप कुमार, आलोक देव और सूरज कुमार भी मौजूद थे।