“हर माह 350 हादसे,40 हजार वाहन बालू ढो रहे, 45 फीसदी नियम नहीं मानते
पटना.राज्य में बालू कारोबार से 40 हजार से अधिक वाहन जुड़े हुए हैं, लेकिन इनमें से 45% वाहन नियमों का पालन नहीं करते हैं। इसकी वजह से हर महीने 350 से अधिक एक्सीडेंट होते हैं। हर महीने औसतन 9 से 15 लोगों की मौत होती है। हालांकि, अवैध वाहन और खनन के खिलाफ खान एवं भूतत्व विभाग और पुलिस की ओर से अभियान चलाया जा रहा है।
इसके बावजूद शहरी क्षेत्रों में बालू लदे वाहनों की लगातार आवाजाही हो रही है। पटना में अनीसाबाद, दीघा, रुकनपुरा, बाईपास, मसौढ़ी, बिहटा, पालीगंज सहित दो दर्जन जगहों पर बालू लदे वाहन खड़े रहते हैं। 90% वाहनों पर खान एवं भूतत्व विभाग के नियमानुसार चिह्न नहीं लगे हैं। बालू ढोने वाले वाहनों पर 20 इंच की लाल पट्टी लगाना अनिवार्य है, ताकि दूर से ही ऐसे वाहनों की पहचान हो सके। साथ ही इन वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगाना जरूरी है, जिससे इनकी आवाजाही की ट्रैकिंग की जा सके। ये नियम जुलाई, 2024 से लागू हैं। हालांकि, शहरी क्षेत्रों में बालू कारोबार से जुड़े वाहनों पर न तो लाल पट्टी लगी रहती है और न जीपीएस लगा है।
सात दिनों में 40 जगहों पर छापेमारी
इस साल 28 अप्रैल से 7 मई तक खान एवं भूतत्व विभाग और पुलिस ने संयुक्त रूप से 40 अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की है। इस दौरान 35 ट्रैक्टर, 3 ट्रक, 1 हाइवा जब्त किया गया है। वहीं, एक दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। 20 हजार मीट्रिक टन बालू भी जब्त किया गया है। खान एवं भूतत्व विभाग ने 28 अप्रैल को सात जगह और 30 अप्रैल को पांच जगहों पर छापेमारी की थी।
वाहन मालिक नियमों की करते हैं अनदेखी
खान एवं भूतत्व विभाग से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक, विभाग से निबंधित वाहनों पर लाल पट्टी लगी हैं और जीपीएस सिस्टम से भी लैस हैं। जो वाहन बालू की बिक्री करते हैं, वे नियमों का पालन नहीं करते हैं। ऐसे वाहन ही बालू घाट से सीधे मार्केट तक पहुंचाते हैं। इनका निबंधन भी नहीं होता है। इन वाहनों का इस्तेमाल ईंट और मिट्टी की ढुलाई करने में भी होता है। अधिकारी के मुताबिक, शहरी क्षेत्र में दिन में बालू लदे गाड़ियों की इंट्री नहीं है। इसकी वजह से वाहन मालिक नियमों का पालन नहीं करते हैं।
अवैध बालू खनन के खिलाफ विभाग की ओर से लगातार छापेमारी की जा रही है। प्रत्येक बालू घाट के मार्ग की निगरानी की जा रही है। अवैध बालू खनन और परिवहन से जुड़े एक दर्जन अधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। अवैध खनन को रोकने के लिए लोगों से सूचनाएं भी शेयर की जा रही है। अवैध बालू के संबंध में जानकारी देने वाले 40 लोगों को पुरस्कृत किया गया है। – विजय कुमार सिन्हा, उप मुख्यमंत्री, बिहार
बालू लदे वाहनों से एक्सीडेंट
5 मई : मुंगेर में बालू लदे वाहन ने स्कूटी सवार को ठोकर मारी, मौत।
4 मई : जमुई में नो एंट्री जोन में बालू लदे वाहन की चपेट में आने से एक की मौत।
4 मई : सहरसा में बालू लदे वाहन ने एक महिला को कुचला, मौत।
22 अप्रैल : पालीगंज में कानपा पुल के पास बालू लदे वाहन की चपेट में दो युवक आए, मौत।
8 अप्रैल : बक्सर में बालू लदे वाहनों की टक्कर में ट्रक चालक की मौत।
24 फरवरी : पटना के मसौढ़ी में बालू लदे ट्रक की टक्कर से ऑटो पलटा, सात की मौत।
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