Sunday, June 1, 2025
Samastipur

सरकार बनने पर महिलाओं को 2500 रूपए देगी कांग्रेस’:कार्यकर्ता घर-घर जाकर करेंगे रजिस्ट्रेशन

समस्तीपुर में कांग्रेस के जिला प्रभारी जगदीश प्रसाद शर्मा का कार्यक्रम हुआ। इस दौरान इन्होंने कहा है कि महागठबंधन की सरकार बनी तो बिना देर किए माई बहन मान योजना के तहत महिलाओं के खाते में 2500 रूपए महीने की राशि भेजी जाएगी।

 

योजना के तहत महिलाओं को फायदा दिलाने के लिए कांग्रेस ने रजिस्ट्रेशन अभियान शुरू किया है। इस अभियान की शुरुआत समस्तीपुर में हुई। उन्होंने कहा कि अभी से ही रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है , ताकि बिहार में महागठबंधन की सरकार बनी तो सरकार गठन के साथ‌ ही महिलाओं को यह सम्मान राशि देना शुरू कर दिया जाएगा।

 

जिला प्रभारी जगदीश प्रसाद शर्मा रजिस्ट्रेशन अभियान की शुरुआत के बाद पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस अभियान से जुड़ने के लिए कांग्रेस पार्टी ने एक मोबाइल नंबर जारी किया है, जिस नंबर पर महिलाएं मिस कॉल मार कर रजिस्ट्रेशन करा सकती हैं। जिन महिलाओं का सरकार बनने से पहले रजिस्ट्रेशन हो जाएगा, उन महिलाओं को सरकार गठन के बाद बिना देरी किए हुए यह राशि दी जाएगी।

 

घर-घर जाकर महिलाओं का कराएंगे रजिस्ट्रेशन

 

कांग्रेस के कार्यकर्ता भी घर-घर जाकर महिलाओं का रजिस्ट्रेशन कराएंगे। जिला प्रभारी ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर महिलाओं का रजिस्ट्रेशन करेंगे। ताकि उन्हें सरकार बनने के बाद इस योजना से लाभान्वित कराया जा सके। इसके लिए खासकर महिला कांग्रेस की टीम को आगे बढ़कर काम करने के लिए कहा गया है।

 

कांग्रेस की सरकार जिस जिस राज्य में है, इस योजना को वहां चलाया जा रहा है। कर्नाटक में महिलाओं को 2000 प्रति महीने की राशि दी जा रही है । हिमाचल में 1500 के साथ ही कर्नाटक में विधवा और वृद्धा पेंशन धारी महिलाओं को 1200 प्रतिमा राशि दी जाती है।

 

कर्नाटक में अन्न भाग योजना के तहत सभी जरूरतमंद परिवारों को 10 किलो चावल, राजस्थान में 25 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा और 10 लाख का दुर्घटना बीमा 2018 से 2023 तक दिया गया है। तेलंगाना में 10 लाख, कर्नाटक में 5 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा दिया जाता है। तेलंगाना में आरक्षण की सीमा 70 फीसदी बढ़ाने का प्रस्ताव पारित किया जा चुका है।

 

जीविका और आशा आंगनबाड़ी बहनों पर कर्ज

 

बिहार में जीविका और आशा आंगनबाड़ी बहनों पर कर्ज का बोझ है। लेकिन उनकी आमदनी 50 से 150 रुपए प्रतिदिन तक हो पाती है। इससे उनका घर बार नहीं चल रहा है। लगातार आत्महत्या की सूचनाएं मिल रही है ।

 

महिला स्वास्थ्य कर्मियों के पद लंबे समय से खाली हैं। लेकिन अब तक नियुक्ति नहीं की गई है। यहां वृद्धा पेंशन और विधवा पेंशन मात्र 400 सरकार दे रही है। ग्रामीण इलाके की 90% आबादी आज भी लकड़ी पर खाना बनाने को मजबूर हैं ।सवाददाता सम्मेलन के दौरान जिला अध्यक्ष अबू तमीम, महिला जिला अध्यक्ष देविता गुप्ता, देवेंद्र नारायण झा उपाध्यक्ष, सोनी पासवान महासचिव, इस मौके पर उपस्थित थीं।

Pargati Rani

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