“गंगा पथ में दीदारगंज के पास दरार या टेक्निकल गैप,इसकी जांच होगी, उद्घाटन के कुछ ही घंटो में दरार
पटना.जेपी गंगा पथ के उद्घाटन के 80 घंटे बाद ही दरार दिखने की जांच होगी। यह पता लगाया जाएगा कि दरार है या ब्रिज स्ट्रक्चर और उसके एप्रोच रोड के बीच का टेक्निकल गैप है। दरार दीदारगंज के पास पुल के पिलर नंबर ए-3 के पास नजर आ रही है। पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन बुधवार को विशेषज्ञ इंजीनियरों की टीम के साथ स्थल निरीक्षण करेंगे। हालांकि गंगा पथ बनवाने वाले बिहार राज्य पथ विकास निगम के इंजीनियरों की पहली जांच में पाया गया है कि ब्रिज स्ट्रक्चर और उसके एप्रोच रोड के बीच जो गैप रहता है, उसे ही दरार कहा जा रहा है।
इंजीनियरों के मुताबिक, मौसम के हिसाब से दो स्ट्रक्चर के बीच तालमेल बना रहे इसके लिए यह गैप रखा जाता है। इस संबंध में सोमवार दिनभर सेतु के इस भाग को बनाने वाली एजेंसी और निगम के एमडी से लेकर विशेषज्ञ इंजीनियर ‘दरार’ वाले स्थल की जांच-पड़ताल करते रहे। इंजीनियरों की टीम स्थल का दौरा करती रही। वो दरार-सी दिखने वाली इस जगह को भरने का प्रयास करते दिखे।
एमडी ने कहा-यह क्रैक नहीं
निगम के एमडी शीर्षत कपिल अशोक ने कहा कि हमने विभागीय स्तर पर जांच कराने का फैसला किया है। लोगों को पैनिक होने की जरूरत नहीं है। ट्रैफिक जारी है और गैप की फिलिंग इंजीनियरों की टीम ने कर दी है। वहीं, पथ निर्माण विभाग ने कहा कि जेपी गंगा पथ के जिस भाग में पुल में क्रैक बताया जा रहा है, वह किसी प्रकार का क्रैक नहीं है। ब्रिज स्ट्रक्चर और उसके एप्रोच रोड के बीच का ज्वाइंट है। 10 अप्रैल को यातायात परिचालन के शुरू होते ही गाड़ियों के दबाव के कारण यह ज्वाइंट सतह पर उभर गया था, जिसे भर दिया गया है। पुल संरचना में किसी प्रकार का क्रैक नहीं है। मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि जांच का आदेश दिया गया है। पूरी रिपोर्ट विभाग से मांगी गई है।