“ऑनलाइन गेम में डेढ़ लाख हारा, छात्र ने की आत्महत्या: पॉलिटेक्निक स्टूडेंट एग्जाम में हो चुका था
पूर्णिया में पॉलिटेक्निक के छात्र ने फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली। वो किराए के मकान में रहता था। उसे ऑनलाइन गेमिंग की बुरी लत लगी थी। डेढ़ साल से वो इसमें पैसे लगा रहा था। करीब डेढ़ लाख रुपए हार चुका था।
दूसरी तरफ पिछले साल पॉलिटेक्निक थर्ड सेमेस्टर की परीक्षा में 4 विषयों में फेल हो गया था। इस साल भी जून में एग्जाम होना था। घरवालों को कहा था- ‘इस बार पास करूंगा।’ ऐसे में उसे अच्छे नंबर लाने का भी टेंशन था।
मृतक दिलीप साह का बेटा पारस कुमार (22) है, जो सहरसा का रहने वाला था। उसने गुरुवार को आखिरी बार अपने पिता से बात की थी। कॉल पर कहा था- ‘सिलेंडर खत्म हो गया है।’ जिसके बाद पिता ने उसे 5 हजार रुपए अकाउंट में भेजे थे।
पिता के मुताबिक, पारस ने 4500 रुपए रॉकी नाम के दोस्त को देने की बात कही थी। जिसके बाद बेटे से बात नहीं हुई। घटना शुक्रवार रात सहायक खजांची थाना क्षेत्र के केपी मार्केट गली की है।
गलत दोस्तों की संगत में आ गया था
छात्र के पिता दिलीप साह ने बताया, ‘पारस 2 भाइयों में छोटा था। वो पूर्णिया में रहकर पॉलिटेक्निक कॉलेज पूर्णिया से पढ़ाई कर रहा था। पूर्णिया में ही वो गलत दोस्तों की संगती में आ गया और उसे ऑनलाइन गेमिंग की लत लग गई।’
‘पारस ने इसमें उसने काफी रुपए झोंक दिए। वो पढ़ाई और महीने के खर्च के नाम पर रुपए लेता और फिर इन रुपयों को ऑनलाइन गेमिंग में लगा देता था।’
‘ऑनलाइन गेम में काफी रुपए हार चुका था। पिछले साल ऑनलाइन गेम के कारण पॉलिटेक्निक थर्ड सेमेस्टर की परीक्षा में फेल हो गया था।’
दोपहर 2 बजे तक कमरे का दरवाजा नहीं खोला
क्लास फ्रेंड मोहित राज ने बताया, ‘पारस दोस्तों की काफी मदद करता था। शुक्रवार रात खाना खाकर सभी अपने-अपने कमरे में सोने चले सो गए। शुक्रवार दिन के 2 बजे तक पारस ने कमरे का दरवाजा नहीं खोला। आवाज देने के बाद भी पारस का कोई जवाब नहीं आया।’
‘जिसके बाद मकान मालिक को किसी तरह की अनहोनी की आशंका हुई। घटना की जानकारी सहायक खजांची पुलिस को दी गई। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर अंदर से लॉक कमरे के दरवाजे को तोड़कर देखा तो पारस फंदे से लटका था।’
इसके बाद FSL टीम बुलाई गई। FSL ने मौके से कई अहम साक्ष्य इकट्ठा जुटाए। शुक्रवार रात तक पारस के पैरेंट्स सहरसा से पूर्णिया पहुंचे।’
परिजन ने पोस्टमॉर्टम से किया इनकार
सहायक खजांची थानाध्यक्ष पुरुषोत्तम कुमार ने बताया, ‘फंदे से लटककर एक युवक ने आत्महत्या की है। युवक के परिजनों ने शव का पोस्टमॉर्टम से इनकार कर दिया हे। जिसके बाद परिजनों से लिखित प्रमाण लेकर लाश को सौंप दिया गया।’
गेम की काल्पनिक दुनिया करती है आकर्षित
मनोचिकित्सक डॉ. बिंदा सिंह ने बताया, ‘गेम खेलने वाले आमतौर पर किशोर बच्चों में जिज्ञासा बहुत होती है। वह सही गलत में फर्क नहीं कर पाते हैं। टीनएजर को मारधाड़, एक्शन में काफी मजा आता है। आजकल ऐसे गेम भी आ गए हैं, जिससे बच्चों में क्रिमिनल सोच विकसित होने लगी है। ये ह्यूमन नेचर होता है कि जो चीजें आक्रामक और काल्पनिक होती है उन पर ध्यान ज्यादा जाता है। गेम में भी इसी तरह की काल्पनिक दुनिया बनाई जाती है जो मन को आकर्षित करती है।’
बच्चों को गेम से कैसे दूर रखें?
डॉ. बिंदा सिंह ने बताया, ‘इस तरह की चीजों को रोकने के लिए फैमिली का बहुत बड़ा योगदान होता है। परिवार वालों को बच्चों के साथ समय बिताना चाहिए। उनकी बातों को सुनना और समझना चाहिए। बच्चों को उलझाने के लिए हाथ में मोबाइल नहीं देना चाहिए। बच्चों को आउटडोर गेम में ले जाए। उन्हें किताब पढ़ने की आदत लगवाएं। बच्चों को दोस्तों से मिलाएं।’