समस्तीपुर में 1KG टमाटर का 1 रुपया भी नहीं मिल रहा:किसानों ने सड़कों पर फेंकी 50 क्विंटल
समस्तीपुर के किसानों को एक किलो टमाटर का एक रुपए भी नहीं मिल रहा है। लागत भी नहीं निकल पाने से नाराज किसानों ने गुरुवार को अखिल भारतीय किसान महासभा के बैनर तले प्रदर्शन किया। इस दौरान किसानों ने 50 क्विंटल टमाटर सड़क पर फेंक दिया। जानकारी के मुताबिक, किसानों को मंडी में 1 और 2 रुपए किलो का भाव मिल रहा है, ऐसे में उन्होंने जितनी लागत टमाटर की फसल पैदा करने लगाई, वह भी नहीं निकल पा रही है, जिससे उन्हें भारी नुकसान हुआ है।
जिले में ताजपुर मोतीपुर टमाटर के अच्छे उत्पादन के लिए जाना जाता है। मंडी में टमाटर का भाव मात्र 1 रुपए प्रति किलो रह गया है। ऐसे में किसानों को लागत और कर्ज चुकाने के लिए राशि निकलना मुश्किल हो रहा है। मोतीपुर किसान ललन दास ने बताया कि मेरा परिवार हर साल टमाटर और बंधा गोभी की खेती करता है, जिससे परिवार का भरण पोषण होता रहा है।
उन्होंने बताया कि इस सीजन खेत ठेका पर लेकर दो एकड़ में 9 हजार की दवाएं, 10 हजार का बीज, 3 हजार का सिंचाई पानी समेत मजदूरी की राशि जोड़ने पर लगभग 80 हजार का खर्च आया। ये खर्च भी निकालना मुश्किल हो रहा है।
किसान बोले- लागत और मूल रकम निकालना भी मुश्किल
एक अन्य किसान ने बताया कि मैंने 1.50 लाख रुपए नकद देकर बंटाई पर जमीन ली। अब लागत एवं मूल रकम निकालना भी मुश्किल हो रहा है। 1 रुपया किलो में भी कोई फसल खरीदने वाला नहीं है। साथ में बंधा गोभी की भी कीमत नहीं मिल रही है। किसान ने बताया कि दो लाख रुपया का कर्ज है और जून में बेटी की शादी करनी है।
वहीं, अखिल भारतीय किसान महासभा के जिला सचिव ललन कुमार ने बताया कि किसान कॉर्पोरेट कंपनी से महंगे बीज खाद पेस्टिसाइड खरीद कर खेती करते हैं। सिंचाई से लेकर फसल की तुड़ाई और धुलाई देकर मंडी तक फसल को पहुंचाते हैं, लेकिन यहां लागत भी नहीं निकल पा रहा है। एक-दो दिन इंतजार के बाद किसानों को टमाटर या अन्य उत्पादन फेंकना पड़ जाता है।