संजीव मुखिया के गुर्गों को पकड़ने के लिए EOU ने एक-एक लाख का इनाम घोषित
नीट पेपर लीक के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया की गिरफ्तारी हो गई, जिसके बाद एक बार फिर वे चर्चे में आ गए हैं. करीब 11 महीने से ईओयू को संजीव मुखिया की तलाश थी, जिसके बाद आखिरकार पटना से उनकी गिरफ्तारी हुई. इस बीच अब खबर है कि, ईओयू की ओर से संजीव मुखिया से ताबड़तोड़ पूछताछ की जा रही है. पूछताछ के क्रम में कई खुलासे भी हो रहे हैं.
एक-एक लाख का इनाम घोषित
दरअसल, खबर है कि, अब आर्थिक अपराध इकाई ने संजीव मुखिया के नेटवर्क को ध्वस्त करने की मुहिम छेड़ दी है. इतना ही नहीं, मुखिया के इशारे पर चलने वाले उसके खास भगिना शुभम कुमार और राजकुमार किशोर की तलाश को लेकर कई जिलों में ताबड़तोड़ छापेमारी शुरू कर दी गई है. साथ ही साथ दोनों पर एक-एक लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया गया है.
एक्शन में है ईओयू
जानकारी के मुताबिक, संजीव मुखिया से पूछताछ के क्रम में ईओयू को उसके फरार गुर्गों के संभावित ठिकानों के बारे में कुछ जरूरी सुराग मिले हैं. जिसके बाद से नालंदा के सोहसराय थानाक्षेत्र के बीचबाजार इलाके, अरवल जिले के करपी थानाक्षेत्र और पटना जिले के कुछ चुनिंदा स्थानों पर निगरानी बढ़ा दी गई है. कुल मिलाकर देखा जाए तो, ईओयू पूरे तरीके से एक्शन मोड में है और संजीव मुखिया के तमाम गुर्गों को ध्वस्त करने में जुट गई है.
36 घंटे की रिमांड पर लिए गए
बता दें कि, संजीव मुखिया को 36 घंटे की रिमांड पर लिया गया है. कोर्ट ने मामले में सुनवाई करते हुए ईओयू की अपील पर यह फैसला लिया था. शुक्रवार को CBI ने संजीव मुखिया से करीब 3 घंटे तक पूछताछ की थी. सिपाही बहाली, बीपीएससी शिक्षक भर्ती और NEET UG जैसी कई परीक्षाओं के पेपर लीक में संजीव मुखिया का हाथ रहा है.