“पहलगाम हमले के विरोध में कैंडल मार्च:पटना में जुटे तेजस्वी समेत सभी नेता; बोले- देश की सुरक्षा के मामले में मुल्क एकजुट
पटना.पहलगाम आतंकी हमले में 26 टूरिस्टों की मौत के बाद पटना में महागठबंधन के नेताओं ने कैंडल मार्च निकाला। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, शकील अहमद, अब्दुल बारी सिद्दीकी, राजेश राम मुकेश सहनी सहित अन्य नेता मौजूद रहे।तेजस्वी यादव ने कहा कि,’देश की सुरक्षा के मामले में पूरा मुल्क एकजुट है। जो कार्रवाई सरकार करेगी उसके साथ हम खड़े हैं। इस मामले में हम कोई राजनीति नहीं करना चाहते है, पूरा देश एक साथ खड़ा है’
शाम 7 बजे से सभी इनकम टैक्स गोलंबर पर जुटे हैं। धीरे-धीरे जुटान डाकबंगला चौराहा तक गया। सभी नेताओं ने जय हिंद के नारे लगाए।कैंडिल मार्च के दौरान राजद विधायक अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा, ‘ये लोग हैवान हैं। ऐसा कोई इंसान नहीं कर सकता है। ऐसी घटना दोबारा न हो, इसकी जांच की मांग करते हैं’
फतुहा में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी और महागठबंधन ने स्टेशन रोड से चौराहे तक कैंडल मार्च निकाला। प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान के खिलाफ नारे लगाए और हमले में जान गंवाने वालों को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की।उन्होंने केंद्र सरकार से इस घटना का करारा जवाब देने की मांग की। इस मौके पर संजीत कुमार, जिला परिषद सदस्य अमित राज उर्फ बबलू यादव मृत्युंजय यादव, पंकज यादव, कामेश्वर क्रांतिकारी और प्रेमसागर गुप्ता समेत कई लोग उपस्थित थे।
कल बैठक में कैंडल मार्च करने का लिया था फैसला
गुरुवार को हुई महागठबंधन की बैठक में यह फैसला लिया गया था। बैठक में पहलगाम हमले पर शोक व्यक्त करने के साथ एक मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई थी। तेजस्वी यादव ने केंद्र सरकार की इंटेलिजेंस एजेंसी पर सवाल भी खड़े किए थे। उन्होंने कहा था कि आतंकियों के पीछे एजेंसियों को क्यों नहीं लगाया जाता है। पहलगाम में 2000 पर्यटक थे तो सुरक्षा क्यों नहीं दी गई थी ?
1. जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में मारे गए नेवी के शहीद लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की बहन सृष्टि ने कहा – ‘‘विनय 1 घंटा, 30 मिनट तक जिंदा थे, लेकिन कोई मदद के लिए नहीं आया’’।
2. प्रश्न यह उठता है कि जब एक ही स्थान पर लगभग दो हजार पर्यटक मौजूद थे, तो उनकी सुरक्षा के इंतजाम क्यों नहीं किए गए? उनके लिए एक भी सुरक्षाकर्मी क्यों मौजूद नहीं था?
3. जबकि सरकार को यह पता था कि जम्मू कश्मीर में 2014 से अब तक 3,982 आतंकी घटनाएं हुई हैं, जिनमें 413 आम लोगों की हत्याएं हुई हैं और 630 सुरक्षा बल के लोग शहीद हुए हैं। इस गंभीर लापरवाही की जिम्मेदारी कौन लेगा?
4. केंद्र सरकार राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से तमाम विपक्षी नेताओं के पीछे देश की अधिकांश जांच एजेंसियां लगाती है, लेकिन आतंकियों के पीछे ये ऐसा क्यों नहीं कर पाती? आतंकियों के खिलाफ सरकार की इंटेलिजेंस और सर्विलांस क्यों फेल हो जाती है?
5. पुलवामा कांड की जांच का क्या हुआ? पुलवामा कांड को 6 वर्ष से अधिक हो गए हैं, लेकिन इनकी जांच की प्रगति जीरो है। सरकार ने अब तक यह क्यों नहीं बताया कि 200-300 किलो RDX कहाँ से आया? CRPF के वीर शहीदों और उनके परिजनों को क्या न्याय मिला?
6. जम्मू-कश्मीर में आतंकियों द्वारा समय-समय पर बिहार के अनेक श्रमिक भाइयों की हत्या की गयी है। सरकार बताए इसका जिम्मेवार कौन है? श्रमिक भाइयों के परिजनों के लिए इन्होंने क्या किया?
7. सरहद पार से आतंकी देश में आ रहे हैं, तो यह देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ है। यह बहुत बड़ा सिक्योरिटी लैप्स है। पहलगाम में आतंकियों ने आकर रेकी भी की होगी, वारदात की जगह भी चुनी होगी, लेकिन इस बीच हमारा इंटेलिजेंस सिस्टम क्या कर रहा था? इसकी जवाबदेही कौन तय करेगा?
8. भारतीय जनता पार्टी, केंद्र सरकार और गोदी मीडिया के द्वारा आतंकी घटना को सांप्रदायिक रंग देना सरकारी की नाकामी का प्रत्यक्ष प्रमाण है। बीजेपी की ऐसी पहल देश, संविधान, लोकतंत्र और मानवता के लिए घातक है। महागठबंधन इसकी निंदा करता है।
9. क्या बिहार की सरकार ने कश्मीर में पर्यटन के लिए गए अपने नागरिकों की मदद हेतु कोई हेल्पलाइन नंबर जारी किया? क्या अपने किसी मंत्री की तैनाती वहाँ की ताकि बिहार के नागरिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की जा सके ?
10. क्या बिहार सरकार प्रधान मंत्री की रैली में इतनी व्यस्त थी कि उसे अपने नागरिकों की सु लेने का भी समय नहीं था?
पहलगाम में 26 टूरिस्टों का कत्ल
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार की दोपहर आतंकी हमले में 27 पर्यटक मारे गए। घटना बैसरन घाटी में हुई थी। यह पहलगाम शहर से 6 किलोमीटर दूर है।
मरने वालों में एक यूएई और एक नेपाल के पर्यटक और 2 स्थानीय नागरिक शामिल थे। बाकी पर्यटक यूपी, बिहार, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और ओडिशा के थे। वहीं, इस घटना के बाद से देश भर में उबाल है। देश के हार राज्य के सभी जिलों में लोग नाराजगी जाहिर कर रहे। साथ ही प्रदर्शन करते हुए कैंडल मार्च निकाल रहे हैं।