राहुल गांधी की बेगूसराय यात्रा को लेकर प्रशासन अलर्ट:64 जगहों पर तैनात किए गए मजिस्ट्रेट
बेगूसराय.NSUI के राष्ट्रीय प्रभारी डॉ. कन्हैया कुमार की चल रही पलायन रोको-नौकरी दो पदयात्रा का कार्यक्रम आज बेगूसराय में होगा। ITI मैदान में 8:30 बजे झंडोत्तोलन के साथ कार्यक्रम की शुरुआत होगी। 9:30 बजे मिलन चौक बाघा के समीप से पदयात्रा की शुरूआत किया जाएगा। यहां से पदयात्रा सुभाष चौक पहुंचेगी।
सुभाष चौक के समीप कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी इस पदयात्रा में शामिल हो जाएंगे। यहां से हर हर महादेव चौक, कपस्या चौक, रिफाइनरी टाउनशिप गेट होते हुए पदयात्रा जुबली ढ़ाबा के समीप पहुंचेगी। जहां राहुल गांधी नुक्कड़ सभा को संबोधित करेंगे, इस दौरान वह कुछ छात्र और नौजवानों से बातचीत भी करेंगे। यहां बातचीत और नुक्कड़ सभा के बाद राहुल गांधी सड़क मार्ग से उलाव हवाई अड्डा के लिए रवाना हो जाएंगे। जबकि कन्हैया कुमार के नेतृत्व में लंच ब्रेक के बाद 4:00 बजे पदयात्रा फिर शुरू होगी तथा हरपुर, मोसादपुर, देवना, पपरौर होते हुए बरौनी जीरोमाइल पहुंचेगी। यहां राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद पदयात्रा का समापन हो जाएगा.
अलर्ट मोड में प्रशासन
कन्हैया कुमार की चल रही पदयात्रा बेगूसराय में ऐतिहासिक होने जा रही है। राहुल गांधी के इसमें शामिल होने को लेकर जहां कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह है वहीं, लगातार 22 दिनों से चल रहे पदयात्रियों में भी खुशी का माहौल है। इस पदयात्रा को ऐतिहासिक बनाने के लिए हर स्तर से व्यापक तैयारी की गई है। स्थानीय लोगों में भी राहुल गांधी को देखने के लिए आशा लगी हुई है तो वहीं प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड में है।
64 जगहों पर मजिस्ट्रेट की तैनाती
DM और SP द्वारा संयुक्त आदेश जारी कर कार्यक्रम को लेकर तैयारी कर ली गई है। यात्रा के रूट पर चिन्हित किए गए 64 जगहों पर मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस पदाधिकारी एवं सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। समाहरणालय में नियंत्रण कक्ष जीरो 06243-222835 एक्टिव मोड में रहेगा। इसके लिए सुबह 6:00 से दोपहर 2:00 बजे तक तीन अधिकारियों को तैनात किया गया है।
सुबह 9:50 राहुल गांधी पटना एयरपोर्ट पहुंचेंगे और 10:10 बजे हेलीकॉप्टर से बेगूसराय के लिए रवाना हो जाएंगे। 10:40 बजे उनका हेलीकॉप्टर उलाव हवाई अड्डा में उतरेगा। वहां से सड़क मार्ग से सुभाष चौक के समीप पदयात्रा में शामिल होंगे। 11:00 बजे से 11:30 तक पदयात्रा में शामिल होने के बाद 11:45 बजे वह बेगूसराय से हेलीकॉप्टर द्वारा पटना के लिए रवाना हो जाएंगे।
राहुल गांधी को जेड प्लस सिक्योरिटी और प्रोटेक्शन रहने के कारण सुरक्षा के विशेष उपाय किए गए हैं। पिछले कुछ वर्षों में देशभर में आतंकियों की गिरफ्तारी और इससे संबंधित घटना को लेकर प्रशासन पूरी सतर्कता बरत रही है। विशेष शाखा के पदाधिकारी एक्टिव मोड में हैं तथा वह हर गतिविधि पर नजर बनाए हुए हैं। भीड़ कंट्रोल के लिए भी विशेष व्यवस्था की गई है। हवाई अड्डा पर तीन पदाधिकारी तैनात किए गए हैं।
इसके अलावा अन्य संबंधित विभागों को भी अलर्ट मोड में रखा गया है। सदर एसडीओ तथा सदर वन एवं टू डीएसपी को विशेष जिम्मेवारी दी गई है। किसी विशेष परिस्थिति के लिए एक अस्पताल को अलर्ट किया गया है। फायर ब्रिगेड एवं अस्पताल को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है। पदयात्रा के दौरान राहुल गांधी कुछ लोगों से मिल भी सकते हैं। इसके मद्देनजर विशेष नजर रखी जा रही है, वही नुक्कड़ सभा को लेकर भी पूरी व्यवस्था अलर्ट में है। प्रशासनिक स्तर से पूरे कार्यक्रम की वीडियोग्राफी भी कराई जा रही है।
कठिन हो सकती है तेजस्वी यादव की राह
इधर, कन्हैया कुमार की चल रही पदयात्रा के बीच राहुल गांधी का इसमें शामिल होना, कई सवालों जन्म दे रहा है। जिसकी राजनीतिक हलके में काफी जोर जोर से चर्चा हो रही है। इस पदयात्रा में कन्हैया कुमार ने अपने जन्म भूमि को कर्म भूमि में बदलने का नारा दिया तो चर्चा स्वाभाविक है। 2019 के लोकसभा चुनाव में कन्हैया कुमार बेगूसराय से प्रत्याशी बने थे, गिरिराज सिंह से चुनाव हार गए।
उम्मीद जताई जा रही थी कि वह फिर से यहां प्रत्याशी होंगे। लेकिन इससे पहले ही कन्हैया सीपीआई को छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए और राहुल गांधी के करीब आ गए। कन्हैया कुमार का राहुल गांधी के करीब आना, महागठबंधन के नेताओं को काफी खटक रहा था। खास करके राजद के अंदर इससे काफी बेचैनी भी हुई थी, लग रहा था कि कन्हैया आगे आ गए तो तेजस्वी यादव की राह कठिन हो सकती है।
बेगूसराय से विधानसभा चुनाव में उतर सकते हैं कन्हैया
2024 में कन्हैया कुमार बेगूसराय या बिहार में कहीं से चुनाव नहीं लड़कर दिल्ली से प्रत्याशी बने, जिसमें उनकी हार भले हुई, लेकिन कद बढ़ता गया और राहुल गांधी ने उन्हें अपने पार्टी के छात्र संगठन एनएसयूआई का राष्ट्रीय प्रभारी बना दिया। अब इसी वर्ष बिहार में विधानसभा का चुनाव होना है और ऐसे में कन्हैया कुमार द्वारा बिहार की सबसे बड़ी समस्या पलायन और सरकारी नौकरी के मुद्दों को लेकर पलायन रोको-नौकरी दो पदयात्रा शुरू की गई तो राजनीतिक हलके में एक अलग गर्माहट हो गई।
कृष्णा अल्लावरु को बिहार का प्रभारी बनाकर भेजा गया, कांग्रेस के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह की कन्हैया से अंदरुनी दूरी, लालू यादव से नजदीकी और कृष्णा अल्लावरु के पूरे बिहार भ्रमण के बाद प्रदेश अध्यक्ष में बदला की चर्चा हो ही रही थी। प्रदेश अध्यक्ष बदल दिए गए, इस बीच कन्हैया कुमार की यह यात्रा और उसमें कन्हैया के जन्म भूमि बेगूसराय में राहुल गांधी का शामिल होना कुछ अधिक चर्चा का विषय बन गया है।
राजनीतिक हलकों में कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बार के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस कन्हैया को बेगूसराय से विधानसभा चुनाव में उतार सकती है। समीक्षकों का कहना है कि कांग्रेस इस बार खुद के बल पर बड़े भाई की भूमिका में रहते हुए बिहार में विधानसभा का चुनाव लड़ेगी। ऐसे में अगर कांग्रेस को फायदा मिलता है तो कन्हैया कुमार पर बड़ा दांव खेला जा सकता है।
अगर महागठबंधन बहुमत की स्थिति आती है और कांग्रेस अधिक सीटें ले आई तो कन्हैया को राहुल गांधी सीएम के पद के तौर पर भी प्रोजेक्ट कर सकते हैं। हालांकि यह अभी भविष्य के गर्भ में है। लेकिन जिस तरीके से व्यापक पैमाने पर प्रचार-प्रसार और राष्ट्रीय स्तर के सभी नेताओं का जमावड़ा के बीच राहुल गांधी, कन्हैया के जन्म भूमि बेगूसराय में पदयात्रा में शामिल हो रहे हैं तो कुछ ना कुछ गुल जरूर खिलेगा, इसकी चहुंओर चर्चा है।