“बेउर जेल में कुख्यात रवि गोप के बेड पर मिले 4 स्मार्टफोन,एसटीएफ ने नागपुर से किया था गिरफ्तार
पटना.आदर्श केंद्रीय कारा बेउर के गोदावरी खंड में जेल प्रशासन ने छापेमारी की। नाला रोड के कुख्यात रवि गोप के बेड से चार स्मार्टफोन और दो चार्जर बरामद किए गए। बेड पर ही उसने चारों मोबाइल का रखा था। बेउर जेल में पहली बार किसी के पास से एक साथ चार स्मार्टफोन बरामद किए गए हैं। जेल प्रशासन ने उसे गोदावरी वार्ड से सेल में डाल दिया। साथ ही बेउर थाने में रवि गोप के खिलाफ केस दर्ज करा दिया। जेल प्रशासन को सूचना मिली थी कि रवि मोबाइल से बात करता है।
उसके बाद छापेमारी की गई। अगस्त 2022 में एसटीएफ ने उसे नागपुर से गिरफ्तार किया था। उसपर 50 हजार का इनाम था। वह 16 साल से फरार था। नाला रोड में बीजेपी नेता क्रांति की हत्या, संग्राम सिंह और अशोक गुप्ता हत्याकांड में इसका नाम आया था। रवि गोप के खिलाफ पटना के तीन थानों में 16 एफआईआर दर्ज हैं। कदमकुआं थाने में एक दर्जन, पीरबहोर में तीन और फुलवारीशरीफ थाने में एक केस दर्ज है।
सबसे बड़ा सवाल : वार्ड में कैसे पहुंचे मोबाइल
सबसे बड़ा सवाल यह है कि चार स्मार्टफोन रवि के वार्ड में कैसे पहुंच गए? किन-किन लोगों ने उसकी मदद की? किसकी शह पर वह जेल में स्मार्टफोन से बात कर रहा था? सूत्रों के अनुसार, अंितम बार वह 2 अप्रैल को पेशी में सिविल कोर्ट गया था? कमेटी इसकी भी जांच करेगी कि कहीं मोबाइल उसे कोर्ट में किसी ने दे दिया? इधर, पुलिस जांच में जुट गई है कि किसके नाम से सिम लिये गए थे? क्या वह जेल में रहकर अपने गुर्गों से कोई आपराधिक वारदात कराने वाला था?
जेलकर्मियों पर कार्रवाई संभव : रवि गोप के बेड से चार मोबाइल औार दो चार्जर मिलने के बाद जेल में बंद कैदियों में अफरातफरी मच गई। जेल अधीक्षक नीरज कुमार झा ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जेल प्रशासन ने जांच कमेटी गठित कर दी है। 24 घंटे में रिपोर्ट मांगी गई है। उन्होंने कहा कि इसमें जेलकर्मियों की मिलीभगत हो सकती है। रिपोर्ट आने के बाद जेलकर्मियों पर कार्रवाई होगी।