“पटना में सफारी ने पति-पत्नी को रौंदा, मौत:भागने के दौरान ऑटो से टकराई, 5 घायल; IGIMS पहुंचे पप्पू यादव
पटना के जगदेव पथ पर शुक्रवार देर रात सफारी-ऑटो और बाइक की जोरदार टक्कर हो गई। हादसे में बाइक सवार दंपति की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 5 लोग घायल हुए हैं। सफारी पर बिहार सरकार लिखा हुआ था। चालक नशे की हालत में गाड़ी चला रहा था।
घटना के दौरान पूर्णिया सांसद पप्पू यादव भी मौके पर पहुंचे और पीड़ितों की मदद की। 5 लोगों को गंभीर हालत में IGIMS में एडमिट कराया गया है। घायलों को IGIMS ले जाते ही पप्पू यादव भड़क गए और कहा स्टाफ और डॉक्टर अस्पताल में नहीं हैं क्या। मनीष मंडल को फोन लगाओ। मनीष मंडल IGIMS के मेडिकल सुपरिटेंडेंट हैं।
बस को ओवरटेक करने में हादसा
जानकारी के मुताबिक रात 9 बजे के करीब जगदेव पथ फुलवारी रोड की ओर तेज गति से सफारी जा रही थी। स्पीड 80 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक थी। मुरलीचक के पास अंधेरा था। चालक नशे की हालत में था। बस को ओवरटेक कर रहा था। सफारी के आगे बाइक से दंपती जा रहे थे।
पप्पू यादव ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया
ओवरटेक करने के दौरान पहले बाइक को रौंदा, फिर ऑटो से जा भिड़ी। हादसे में बाइक सवार पति-पत्नी की मौके पर ही मौत हो गई है। मृतकों की पहचान अशाेक कुमार और उनकी पत्नी पुष्पा देवी के तौर पर हुई है। इस दौरान पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव शादी समारोह से लौट रहे थे। घायलों पर नजर पड़ते ही उनका काफिला रुका। घायलों को अपनी गाड़ी से IGIMS भेजा। खुद भी अस्पताल पहुंचे।
पप्पू यादव ने बताया कि दर्दनाक मंजर मेरी आंखों के सामने घटी है। घायल तड़प रहे थे। चीख-पुकार मची थी। मौके पर मौजूद लोग मदद करने की जगह वीडियो बनाने में व्यस्त थे। कोई मदद के लिए आगे नहीं आया। हमने तत्काल घायलों की मदद की। इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया। किसी का खून बह रहा हो। कोई जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा हो। हम सिर्फ तमाशबीन बनकर कैमरे में दर्द कैद करने में लगे रहे। यह समाज के लिए बेहद शर्मनाक और चिंता का विषय है।
यह बिहार की तथाकथित शराबबंदी का सच है। जो सिर्फ कागजों पर लागू है। हकीकत में गाड़ियों के पहिए के नीचे लोगों की जिंदगी कुचल रही है। नशे में धुत्त एक लापरवाह इंसान ने न जाने कितने परिवारों को रोने पर मजबूर कर दिया।
हादसा किसी के साथ भी हो सकता है
पप्पू यादव ने आगे कहा कि ये सिर्फ हादसा नहीं है। हमारी बेपरवाह व्यवस्था और समाज की संवेदनहीनता का आइना है। क्या अब भी हम सिर्फ मूकदर्शक बने रहेंगे। या आगे बढ़कर पीड़ितों की मदद करेंगे? सोचिए, कल यह हादसा आपके अपनों के साथ भी हो सकता है