“म्यांमार-थाईलैंड के भूकंप पीड़ितों के लिए बोधगया में जले दीप,1 हजार से अधिक लोगों की मौत
गया.बोधगया मंदिर प्रबंधन समिति ने म्यांमार और थाईलैंड में आए विनाशकारी भूकंप के पीड़ितों की आत्मा की शांति के लिए दीप जलाए। शुक्रवार को आए इस 7.7 तीव्रता के भूकंप ने म्यांमार के दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले में भारी तबाही मचाई। अब तक 1 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, और यह आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है।
भूकंप से कई ऐतिहासिक धरोहरें और इमारतें जमींदोज हो गईं। म्यांमार के अलावा थाईलैंड में भी इसका व्यापक असर देखने को मिला, जहां एक निर्माणाधीन गगनचुंबी इमारत बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। आपदा में जान गंवाने वालों की आत्मा की शांति और प्रभावित लोगों के लिए बोधगया मंदिर प्रबंधन समिति ने विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया। समिति के अध्यक्ष, सचिव, सदस्य, भिक्षु और कर्मचारियों ने मिलकर बटर लैम्प जलाए और दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए मंत्रोच्चारण किया।
हम म्यांमार और थाईलैंड के लोगों के साथ खड़े हैं
बोधगया मंदिर प्रबंधन समिति ने एक बयान जारी कर कहा, हम इस कठिन समय में म्यांमार और थाईलैंड के लोगों के साथ खड़े हैं। हमारी प्रार्थनाएं पीड़ितों और उनके परिजनों को शक्ति प्रदान करें। भूकंप के बाद लगातार आ रहे झटकों से प्रभावित इलाकों में दहशत का माहौल है। बचाव कार्य जारी है, लेकिन हालात गंभीर बने हुए हैं। हजारों लोग बेघर हो गए हैं और बुनियादी जरूरतों के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
बोधगया मंदिर प्रबंधन समिति ने इस त्रासदी में जान गंवाने वालों के लिए संवेदना व्यक्त की और प्रभावित लोगों की जल्द से जल्द सहायता की प्रार्थना की। यह समिति लगातार मानवीय कार्यों में आगे रही है और इस बार भी उसने अपने आध्यात्मिक योगदान से त्रासदी पीड़ितों को सांत्वना देने का प्रयास किया है।