“प्रेमी के लिए पति, दो बेटों को छोड़ा:6 साल पहले की लव मैरिज,पति ने चलती ट्रेन से फेंका
समस्तीपुर से मुंबई जा रही महिला को उसके पति ने 14 मार्च को चलती ट्रेन से फेंक दिया। ट्रेन से फेंके जाने के बाद महिला का दोनों पैर टूट चुका है। शरीर के अन्य हिस्सों में भी चोट आई है। मामला 26 मार्च को तब सामने आया जब महिला को इंदौर से इलाज कराकर एंबुलेंस के जरिए समस्तीपुर लाया गया।
महिला का कहना है कि अब उसे न तो ससुराल वाले रख रहे हैं और न ही मायके वाले। महिला ने कहा कि इलाज के बाद उसे जिस एंबुलेंस से समस्तीपुर लाया गया है, उस एंबुलेंस को देने के लिए उसके पास पैसे भी नहीं हैं। महिला की पहचान 40 साल की रिंकी देवी के रूप में हुई है।
रिंकी ने बताया कि वो मूल रूप से गया के अंगार घाट की रहने वाली है। वो 6 साल पहले जीविका में काम करती थी। मायके वालों ने 2015 में उसकी शादी असीनपुर के संतोष कुमार सिंह से की थी। संतोष से उसे दो बेटे हुए, जो 7 और 9 साल के हैं। शादी के बाद भी रिंकी जीविका से जुड़कर काम कर रही थी। पति को ये पसंद नहीं आया तो उसे प्रताड़ित करने लगा।
रिंकी ने कहा-
2018 में उसकी मुलाकात भुईधारा के पास अंसार सिद्दीकी नाम के युवक से हुई। दोनों के बीच बातचीत शुरू हुई। इस दौरान रिंकी ने अपनी प्रताड़ना की कहानी सुनाई तो अंसार ने उसे अपने पति संतोष को छोड़ देने की सलाह दी। फिर दोनों में नजदीकियां बढ़ी और महिला ने पति संतोष और दोनों बच्चों को छोड़कर अंसार से साल 2019 में शादी कर ली। इसके बाद वो अंसार के साथ भुईधारा के पास ही एक किराए के मकान में रहने लगी।
किराए के मकान में करीब 6 सालों तक अंसार के साथ रही
रिंकी के मुताबिक, अंसार के साथ वो किराए के मकान में 6 साल साथ रही। इस दौरान अंसार छोटे-मोटे काम करता था। परिवार बढ़ाने की बात हुई तो अंसार ने कहा कि वो जयपुर कमाने जाएगा। इसी साल जनवरी में अंसार काम के सिलसिले में जयपुर चला गया। पिछले दिनों होली के पहले अंसार जयपुर से समस्तीपुर लौटा और उसे जयपुर चलने की बात कही। कहा कि पहले मुंबई चलेंगे फिर मुंबई होते हुए जयपुर जाएंगे।
13 मार्च को रिंकी, अंसार के साथ जयनगर लोकमान्य तिलक में सवार हुई। 14 मार्च को जब वो ट्रेन में टॉयलेट जा रही थी, तभी अंसार ने उसे मध्य प्रदेश के बुरहानपुर स्टेशन के पास गेट से नीचे धकेल दिया। स्थानीय लोगों की मदद से महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से बेहतर इलाज के लिए इंदौर ले जाया गया। इंदौर में 12 दिनों के इलाज के बाद महिला को एंबुलेंस से वापस समस्तीपुर पहुंचाया गया, लेकिन यहां पहुंचने के बाद महिला को पता चला कि अंसार का मोबाइल बंद है।
मामले को लेकर एसपी संजय पांडे ने क्या कहा?
मामले को लेकर एसपी संजय पांडे ने बताया कि अभी पीड़िता की ओर से कोई आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है, हालांकि ये मामला दूसरे राज्य का है। अगर पीड़िता की ओर से आवेदन मिलता है, तो आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं, जब महिला से पूछा गया कि आपने अंसार के खिलाफ आवेदन क्यों नहीं दिया, तो महिला ने कहा कि पहले लगा कि अंसार मुझे अपना लेगा, क्योंकि पहले हमारा कोई झगड़ा नहीं हुआ था, लेकिन अब मैं अंसार के खिलाफ आवेदन दूंगी।
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