“काली पट्टी बांधकर पढ़ी जुमे की नमाज:वक्फ बिल संशोधन पर बोले – अगले चुनाव में जदयू का विरोध करेंगे
समस्तीपुर में रमजान के आखिरी जुमे पर वक्फ बिल संशोधन के विरोध में एक अनूठी पहल देखने को मिली। ऑल इंडिया मुस्लिम परिवर्तन लॉ बोर्ड की अपील पर मुस्लिम समुदाय ने काली पट्टी बांधकर नमाज अदा की।
मुसरीघरारी की बड़ी जामा मस्जिद में नमाजियों ने शांतिपूर्वक अपना विरोध प्रकट किया। ताजपुर में भी लोगों ने इसी तरह काली पट्टी बांधकर नमाज पढ़ी। नमाजियों का कहना है कि वक्फ बिल उनकी शरीयत का मामला है। उनका मानना है कि इसमें सरकारी हस्तक्षेप की कोई आवश्यकता नहीं है।
नमाजी आफताब आलम ने बताया कि जिले के विभिन्न प्रखंडों में बड़ी संख्या में लोगों ने इस विरोध में हिस्सा लिया। नमाजी निसार अहमद ने सरकार से वक्फ बिल के बजाय अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान देने की मांग की। उन्होंने बेरोजगारी, शिक्षा, स्वास्थ्य और गरीबी जैसे मुद्दों को प्राथमिकता देने की बात कही।
निसार अहमद ने आरोप लगाया कि सरकार मुस्लिम संस्थाओं के खिलाफ काम कर रही है। उन्होंने कहा कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में वे जदयू का विरोध करेंगे।
वहीं, शहर की जामा मस्जिद में करीब दो हजार लोगों ने नमाज में शिरकत की। नमाजियों ने देश की तरक्की, अमन-चैन और भाईचारे के लिए खास दुआएं मांगी। कारी मोतीउर्रहमान ने बताया कि जुम्मतुल विदा यानी अलविदा जुमा खास अहमियत रखता है। यह रमजान का आखिरी जुमा होता है।
रमजान के इस पवित्र महीने में 30 रोजे रखे जाते हैं। रात में तरावीह की नमाज अदा की जाती है। इस दौरान जकात, फितरा और सदका देकर गरीबों और जरूरतमंदों की मदद की जाती है। कारी मोतीउर्रहमान ने कहा कि मुस्लिम समाज को अपना किरदार और बेहतर बनाना चाहिए। ईद के मौके पर जरूरतमंदों का ख्याल रखना चाहिए। इससे समाज में मोहब्बत और भाईचारे की भावना मजबूत होगी।
नमाज के बाद रोजेदारों ने अपने गांव, शहर, राज्य और देश की तरक्की के लिए दुआएं मांगी। सभी ने अल्लाह से प्रार्थना की कि देश हर तरह की परेशानियों से मुक्त होकर विकास के रास्ते पर आगे बढ़े।
News to bihar Editer works. I am 5 year News website works Experience.
