“पिता ने 22 दिन पहले शव दफनाया,किशोर लौटा घर:लोगों ने कहा- फेमस होने के लिए रची साजिश
गया में 22 दिन पहले दफनाया गए किशोर का सही सलामत घर वापस आने का मामला आया है। किशोर के परिजनों ने उसके सिर कटे शव को दफना कर श्राद्ध कर दिया था। वहीं, मंगलवार की देर शाम एक महिला उसे को घर छोड़कर गई।
घटना जिले के छोटकी नवादा मोहल्ले का है। मामले को लेकर आसपास में कई अलग-अलग चर्चाएं भी हो रही हैं। वहीं, सूचना मिलने पर घर पहुंची मीडिया टीम और पुलिस को कई ऐसी चीजें देखने को भी मिली जिससे घटना अंधविश्वास से जोड़ा जा रहा है।जानकारी के अनुसार, महाशिवरात्रि से दो दिन पहले किशोर के पिता को किसी व्यक्ति ने आकर हाथ में एक पर्ची दिया था। जिसमें लिखा हुआ था कि तुम्हारे बेटे की हत्या कर दी गई है, शव कंडी नवादा के चिल्ड्रेन पार्क के पीछे पड़ा है। अगर इस बात की जानकारी किसी को दी तो अगला तुम्हारा होगा।
वहीं, आसपास से मिली जानकारी के अनुसार, बताया गया है कि परिजन तंत्र-मंत्र को बढ़ावा देने के लिए कुछ अजीबो-गरीबो चीज करते थे, जिससे उनलोगों का नाम हो। वहीं, इस घटना के पीछे भी खुद को फेमस करने के लिए उनकी कोई साजिश की बात कही गई है।दफनाए गया किशोर छोटकी नवादा मोहल्ला निवासी राजू कुमार का बेटा मोहित (14) है। राजू पेशे से कंपाउंडर हैं।
पिता बोला- डर से नहीं बताई किसी को पर्ची वाली बात
किशोर के पिता राजू कुमार ने बताया कि महाशिवरात्रि से दो दिन पहले यानि की 22 दिन पहले मेरा बेटा अपने दोस्त से मिलने गया था। जब देर रात तक घर नहीं लौटा तो हमलोग उसे खोजने के लिए निकले। उसी दौरान रास्ते में बाइक पर सवार हेलमेट पहने हुए एक व्यक्ति ने मेरे हाथ में एक पर्ची थमा कर फरार हो गया। जब मैंने उस पर्ची को खोलकर देखा तो उसमें लिखा था
तुम्हारे बेटे की हत्या कर दी गई है। उसका शव कंडी नवादा के चिल्ड्रेन पार्क के पीछे पड़ा है। इसके बारे में पुलिस को बताया तो अगला नंबर तुम्हारा होग.पिता ने आगे बताया कि पर्ची पढ़ने के बाद मैं डर गया। जिसके बाद मैं नहीं घर में किसी को और ना ही पुलिस को इसकी जानकारी दी। मैंने अपने दो दोस्त रॉकी और रोहित के साथ शव को पहासवर में दफना दिया और बेटे के निमित्त विधिविधान से दशकर्म और श्राद्ध भी कर दिया।
किशोर ने बताया- गले पर चोट लगने के बाद कुछ याद नहीं
वहीं, किशोर मोहित ने बताया कि
घटना वाले दिन मैं अपने दोस्त से मिलकर घर लौट रहा था, तभी चार लोग मेरे पास आए। मुझे हथियार दिखाकर आंखों पर पट्टी बांध दी और बाइक पर बिठाकर ले गए। उसके बाद मुझे उनलोगों ने मेरे गले पर किसी चीज से मारा जिसके बाद मैं बेहोश हो गया। जब मुझे होश आया तो मंगलवार को मैं पटना हनुमान मंदिर के पास खड़ा था। आसपास लोगों की भीड़ लगी हुई थी। उसी बीच एक महिला ने मुझसे मेरा नाम-पता पूछा और वही मुझे घर छोड़कर गई।
लोगों ने कहा- हर मंगलवार को पर्ची निकालता था मोहित
इस मामले में आस पड़ोस के कुछ लोगों का कहना है कि किशोर का पूरा परिवार तंत्र-मंत्र में काफी विश्वास करता है, हो सकता है कि ये लोग अंधविश्वास को बढ़ावा देने के लिए ही कोई साजिश कर रहे हो। लोगों ने बताया कि मोहित हर मंगलवार को पर्ची निकालता था। वो लोगों की परेशानियों को कागज पर लिखकर उसका उपाय बताता हैएक युवक ने बताया कि उसकी इस बात को सुनकर मैं भी अपनी पर्ची निकलवाने गया था, लेकिन उसने कहा कि अभी तुम्हारी बारी नहीं आई है। जिसके बाद मुझे शक हुआ कि ये सब ढोंग है।
घर में फैला मिला तांत्रिक अनुष्ठान का सामान
वहीं, परिजनों से बातचीत करने पहुंची मीडिया कि टीम ने देखा कि मोहित के पूजा घर की दीवारों पर कई देवी-देवताओं की तस्वीरें टंगी थीं। लाल कपड़े में बंधे दर्जनों नारियल अलमारी पर रखे थे। पूरे कमरे में इतनी तेज इत्र की महक थी कि कोई सामान्य आदमी 10 मिनट तक नहीं रुक सकता था।एक दान पेटी रखी थी, जहां लोग पैसे डालते थे और कमरे में तांत्रिक अनुष्ठान का सामान फैला था।
अंधविश्वास को बढ़ावा देने के लिए रची गई साजिश
इस मामले में थानाध्यक्ष देवराज इंद्र ने बताया कि यह मामला अंधविश्वास और तंत्र-मंत्र से जुड़ा है। राजू कुमार चाहता था कि लोग इसे चमत्कार समझें और उसका नाम हो जाए। इसी गोरखधंधे को आगे बढ़ाने के लिए उसने यह झूठ फैलाया लेकिन खेल उल्टा पड़ गया।हालांकि मामले की जांच की जा रही है। किशोर के पिता से पूछताछ जारी है।
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