“सीआरपीएफ जवान पर सरकारी हथियार छीनने का आरोप लगाकर भेज दिया जेल,झूठा आरोप लगाकर जेल भेजने…
हाजीपुर.पुलिस अभिरक्षा में इलाजरत परिजन से मिलने सदर अस्पताल पहुंचे छुट्टी पर आए सीआरपीएफ जवान को पुलिस ने सरकारी पिस्टल छीनने, बदसलूकी, सरकारी काम बांधा उत्पन्न करने तथा कथित पत्रकार बनकर भड़काउ सवाल पूछने का आरोप लगाकर जेल भेज दिया है। मामलें को लेकर जन्दाहा थाना क्षेत्र के रोहुआ गांव निवासी उपेंद्र राय के पुत्र अशोक कुमार (सीआरपीएफ जवान), रीता देवी, राहुल कुमार, जगदयाल राय समेत 8-10 आज्ञात के लोगों के खिलाफ गंगा ब्रिज थाना के पु.अ.नि. श्रवण कुमार साहू ने नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराया है।
झूठा आरोप लगाकर जेल भेजने की सूचना पर वैशाली पुलिस का शर्मनाक चेहरा सामने आते ही अधिवक्ताओं व समाजसेविओं ने इसका विरोध किया। कहा कि इस घटना का पूरा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें पुलिस की गलती दिख रही है। अगर सीआरपीएफ जवान ने किसी तरह की गलती किया भी तो पुलिस को समझाना चाहिए ना कि झूठा आरोप लगाकर इसे जेल भेजना चाहिए।
पुलिस अधीक्षक को स्वयं इस मामलें की जांच करनी चाहिए। दरअसल, मामलें को सीआरपीएफ जवान के परिजन ने बताया कि मारपीट कर घायल करने के मामलें में धर्मेंद्र कुमार का नाम काटने के लिए गंगा ब्रिज थाना के एएसआई श्रवण कुमार साहू द्वारा 40 हजार रूपए मांगने पर हमने दे दिया था। लेकिन, 3 मार्च को रात में पुलिस ने छापेमारी कर धर्मेंद्र कुमार और जगदयाल राय सरायपुर निवासी पिता पुत्र को थाना में ले गया।