“पवन एक्सप्रेस में चढ़ते समय कई यात्री गिरे,स्वतंत्रता सेनानी की टूूटी खिड़कियों के शीशे बदले:भीड़ बेकाबू
मुजफ्फरपुर.अप पवन एक्सप्रेस में सवार होने के दौरान बुधवार को मुजफ्फरपुर जंक्शन पर बड़ा हादसा टल गया। जनरल कोचों में घुसने के लिए बड़ी संख्या में यात्री चलती ट्रेन पर सवार होने लगे। इस ट्रेन से उतरने वाले यात्रियों की भीड़ गेट पर थी। गेट भीड़ से जाम था। अचानक कुछ युवा चलती ट्रेन पर सवार होने लगे। इस समय ट्रेन की रफ्तार करीब पांच किमी प्रतिघंटा थी। घबराकर कोच के गेट पर पूर्व से खड़े यात्री पीछे हो गए। इस दौरान संतुलन खोने से कई यात्री गिर पड़े। जंक्शन पर ट्रेन के खड़ी होते ही अफरातफरी शुरू हो गई।
खचाखच भीड़ को देखकर जनरल कोचों के यात्रियों ने स्लीपर कोचों की ओर रुख किया। लेकिन, स्लीपर कोचों का भी गेट जाम होने से यात्री एसी कोचों में सवार हो गए। वहीं, एसी कोच के यात्रियों को यात्रा करने के लिए जवानों के समक्ष गिड़गिड़ाना पड़ा। सात मिनट के बाद ट्रेन हाजीपुर की ओर रवाना हो गई। इस दौरान प्रयागराज व अन्य स्टेशनों की ओर जाने वाले ढाई सौ से अधिक यात्री व श्रद्धालु जंंक्शन पर ही रह गए। स्वतंत्रता सेनानी, बरौनी- अहमदाबाद व लिच्छवी एक्सप्रेस में भी सवार होने के लिए यात्रियों में मारामारी मची रही।
मधुबनी में उपद्रवियों का निशाना बनी स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस के चार कोचों को नई दिल्ली जंक्शन पर बदला गया। रोड़ेबाजी के कारण इस ट्रेन के आठ एसी कोच की 68 खिड़कियों का शीशा क्षतिग्रस्त हो गया था। कोच डैमेज होने के कारण मंगलवार को चलने वाली स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस सात घंटे देरी से चली। इस कारण ट्रेन बुधवार को मुजफ्फरपुर जंक्शन पर नहीं आयी। वहीं, मार्ग में बदलाव से डाउन पवन एक्सप्रेस छह घंटे देर रही।