“फतुहा में नकली दवाओं का भंडाफोड़:किराए के कमरे से मिले कई कंपनियों के फर्जी रैपर और दवाएं
पटना के फतुहा में नकली दवाओं के कारोबार का भंडाफोड़ हुआ है। एक ब्रांडेड कंपनी के अधिकारी की सूचना पर फतुहा पुलिस ने शनिवार की रात महारानी चौक के पास गोविंदपुर इलाके में छापेमारी की। इस दौरान एक किराए के कमरे से बड़ी मात्रा में विभिन्न दवा कंपनियों के नकली रैपर और दवाएं बरामद की गईं।
बरामद सामग्री में हिमालय कंपनी का लिव 52, लूज मोशन का लेक्टोज सॉल्यूशन, ओमनी जेल का कैप्सूल, यूनि एंजाइम का लिक्विड और पेन किलर टैबलेट शामिल हैं। जांच में पता चला कि 12 जनवरी को एक व्यक्ति ने यह कमरा किराए पर लिया था और 31 जनवरी को यहां भारी मात्रा में दवाएं और रैपर लाए गए थे।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पटना ड्रग्स विभाग की तीन सदस्यीय टीम ने रविवार को मौके का निरीक्षण किया। ड्रग्स इंस्पेक्टर मोहम्मद कमरुद्दीन अंसारी के अनुसार, बरामद अंग्रेजी और आयुर्वेदिक दवाओं की जांच की जाएगी। प्रारंभिक जांच में रैपर संदिग्ध पाए गए हैं। कमरे से मिले एक आधार कार्ड के आधार पर आरोपी की पहचान की जा रही है। सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों के अनुसार वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।यह मामला नकली दवाओं के निर्माण और वितरण का एक बड़ा नेटवर्क होने की ओर इशारा करता है। स्थानीय प्रशासन इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी और नेटवर्क का भंडाफोड़ करने में जुटा है।
हजारों की संख्या में दवा का रैपर बरामद
कमरे से दवा भरी सीसी क्रीम और विभिन्न कंपनियों के हजारों की संख्या में दवा का रैपर बरामद किया गया। इसकी जांच के लिए पटना ड्रग्स कंपनी को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही ड्रग्स विभाग के तीन सदस्यीय टीम फतुहा थाना पहुंचकर बरामद दवाई और रैपर की जांच में जुट गई। ड्रग्स इंस्पेक्टर कलामुद्दीन अंसारी ने बताया कि लगभग पांच-दस हजार रुपए की दवा बरामद की गई, जिसकी जांच की जाएगी और सैकड़ों रैपर की जांच की जा रही है।
प्रथम दृष्टया रैपर लगे क्यूआर कोड की जांच की गई, जिसमें कंपनी का नाम लिखा हुआ पाया गया है। बरामद दवा की भी जांच की जाएगी कि नकली है असली दवा है। जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।