“बिहार:एक महिला पर दो युवकों ने पति होने का हक जताया,एक युवक हिन्दू और दूसरा मुस्लिम
“बिहार:पूर्णिया में एक महिला पर दो युवकों ने पति होने का हक जताया। एक युवक हिन्दू और दूसरा मुस्लिम। महिला का डेढ़ साल का बच्चा भी है। बच्चे पर भी दोनों पिता होने का हक जता रहे थे।दरअसल, अनुपम कुमारी (24) ने 2022 में पहली शादी हिन्दू लड़के परमजीत राय (27) से की थी। शादी से पहले 2021 से ही अनुपम का अफेयर मो. सिराजुल से था।
एक साल पहले अनुपम अपने मायके सरसी थाना क्षेत्र के बेला चंपावती गांव आई थी। तब से वो मायके में ही रह रही थी।
31 दिसंबर को अनुपम ने सिराजुल के साथ भागकर मुस्लिम रीति रिवाज से निकाह कर लिया। अनुपम के पिता ने सिराजुल पर अपहरण का केस दर्ज करवाया।
पुलिस ने डेढ़ महीने में ही अनुपम को बरामद कर लिया। पारिवारिक विवाद को सुलझाने के लिए एसपी कार्तिकेय शर्मा ने मामले को पुलिस परामर्श केंद्र को सौंपा दिया। परिवार परामर्श केंद्र में 22 फरवरी (शनिवार) को फैसला हो गया कि अनुपम अपने बच्चे के साथ पहले पति परमजीत राय (27) के साथ ही रहेगी।
रविवार को अनुपम के पिता अपनी बेटी, नाती और दामाद को लेकर प्रयागराज पहुंचे और महाकुंभ में स्नान-शुद्धिकरण के बाद बेटी और नाती को दामाद परमजीत को सौंप दिया।
परिवार केंद्र में इस तरह से हुआ फैसला
परमजीत ने बताया, ‘अनुपम के बरामद होने के बाद मामला कोर्ट में पहुंचा। कोर्ट में अनुपम ने मुस्लिम युवक के पक्ष में बयान दिया।’अनुपम ने कोर्ट में कहा, ‘मैं बालिग हूं। इसलिए अपनी जिंदगी का फैसला खुद कर सकती हूं। मैं दूसरे पति के साथ रहना चाहती हूं।’अनुपम के इस बयान के बाद सिराजुल जेल जाने से बच गया। इसके बाद मामला परिवार परामर्श केंद्र में चला गया।
सिराजुल ने शर्त रखी कि ‘अनुपम को तभी रखूंगा, जब बच्चा भी हमें दिया जाएगा। जिसके बाद परामर्श केंद्र ने बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र मांगा। गुजरात के एक अस्पताल का बर्थ सर्टिफिकेट दिखाया गया। जिसमें पिता के तौर पर परमजीत का नाम दर्ज था। ये देखने के बाद परामर्श केंद्र ने बच्चे को परमजीत के साथ रहने का फैसला सुनाया। जिसके बाद सिराजुल केंद्र से फरार हो गया। अनुपम अपने पहले पति के साथ चली गई।’मेरठ के रहने वाले परमजीत राय से शादी करवाई थी। शादी के 2 साल तक सब कुछ ठीक रहा। दोनों का एक बच्चा भी हुआ। बेटी का कहना था कि वो काफी वक्त से मायके नहीं आई, जिसके बाद साल भर पहले वो और नाती मायके पूर्णिया आई।
बीच बाजार में अनुपम का मांगा था फोन नंबर, फिर लव स्टोरी शुरू हुई
मो. सिराजुल ने बताया, ‘मैं और अनुपम रिलेशनशिप में थे। पहली मुलाकात 5 साल पहले साल 2021 में सारसी बाजार में हुई थी। मैंने अनुपम का नंबर मांगा। फोन पर बातचीत करते-करते दोस्ती गहरी हो गई। महीने भर के अंदर हम दोनों की लव स्टोरी शुरू हो गई।”दोनों अलग धर्म से थे। इसलिए घर और समाज से छिपकर मिलते रहे। एक दिन लड़की के घरवालों को अफेयर और रिलेशनशिप की भनक लग गई। जिसके बाद घरवालों ने हम दोनों को अलग कर दिया। इसके 6 महीने अंदर अनुपम की मेरठ के रहने वाले लड़के से शादी तय हो गई।’
‘जब वो साल भर पहले मेरठ से घर आई तो हम दोनों की बातचीत बढ़ी और काफी नजदीक आ गए। 31 दिसंबर को भागकर शादी कर ली।’दोनों के दावे देख परामर्श केंद्र के सभी सदस्य हैरान रह गए। अनुपम ने पहले परमजीत के साथ रहने से इनकार किया था। जिसके बाद महिला का आधार कार्ड और बच्चे का बर्थ सर्टिफिकेट मांगा गया। तब जाकर फैसला हुआ। मुस्लिम लड़का केंद्र से ही फरार हो गया।