“समस्तीपुर में भ्रष्टाचार के आरोप में 7 आवास सहायक बर्खास्त:आवास योजना में उगाही का आरोप
समस्तीपुर,पीएम आवास योजना में लाभ देने के नाम पर लोगों से उगाही, टारगेट पूरा नहीं करने आदि आरोप में अब तक जिले के सात आवास सहायक को बर्खास्त कर दिया गया है। लगातार बर्खास्तगी को देखते हुए जिला आवास सहायक संघ की एक बैठक सोमवार को बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ स्थल पर जिला अध्यक्ष संजीव कुमार के नेतृत्व में हुई।
बैठक में शामिल लोग
बैठक के उपरांत जानकारी देते हुए राजीव रंजन ने बताया कि सिर्फ आरोप के आधार पर डीडीसी की ओर से आवास सहायक को गाजर मूली की तरह बर्खास्त किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पंचायत प्रतिनिधि एवं अधिकारी के अनुसार आवास सहायक कार्य नहीं करते हैं तो गलत रूप से लोगों से आवेदन दिलवा कर इन्हें बर्खास्त कर दिया जा रहा है। जबकि अगर पैसा मांगने का आरोप है तो यह साबित भी होना चाहिए। वह भी सरकारी प्रावधान के अनुसार जिन कर्मचारियों पर आरोप लग रहा है उन्हें पहले कारण बताओ नोटिस जारी किया जाना चाहिए था। लेकिन बिना शो-काज किये सीधा कर्मचारियों को टर्मिनेट कर दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रधान सचिव का पात्र है कि ऐसे लोगों का ही नाम पीएम आवास की लिस्ट में जोड़ा जाना है, जिनके पास जॉब कार्ड हो। लेकिन पंचायत प्रतिनिधि द्वारा बिना जॉब कार्ड धारी लोगों का भी नाम जोड़ने के लिए दबाव दिया जाता है। नाम नहीं जोड़ने पर कई तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं।
जानकारी देते जिला मंत्री राजीव रंजन
आवास सहायक संघ के जिला अध्यक्ष संजीव कुमार ने बताया कि इस बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि एक प्रतिनिधिमंडल डीएम और डीडीसी से मिलकर अपनी बात रखेगा। अगर उनके इस बात पर ध्यान नहीं दिया जाता है तो प्रखंड से लेकर जिला स्तर पर आंदोलन किया जाएगा, जिसकी पूरी जवाब दे ही जिला प्रशासन की होगी।पीएम आवास योजना में छूटे हुए लाभार्थियों का नाम जोड़ने के लिए इन दोनों प्रखंड स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के दौरान आवास सहायक पर 1500 से ₹2000 नाम जोड़ने के नाम पर लिए जाने की खूब चर्चा हो रही है। मामले पर विधायकों की ओर से बयान भी जारी किए जा रहे हैं, जिसमें एक विधायक ने ऐसे लोगों को डंडे से पीठ फाड़ देने की बात कही, तो दूसरे ने जूते से पिटाई की भी बात कही है।