Sunday, January 19, 2025
Patna

“मुख्यमंत्री ने पूछा-दीदी बोली,जीविका के सहारे घर से निकलने का मौका मिला,30 हजार कमा लेते

बेगूसराय.प्रगति यात्रा के मुख्य कार्यक्रम स्थल पर लगाए गए स्टॉल का भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री ने जब जीविका दीदी से बात की तो वे उत्साहित हो गए।रंजीता देवी ने बताया कि मुख्यमंत्री हमारे स्टॉल पर रुके, हरित खाद के संबंध में हमसे जानकारी ली। उन्होंने पूछा कि पहले क्या करते थे, हमने बताया कि पहले घर से निकलने का मौका नहीं दिया जा रहा था। आपके द्वारा शुरू किए गए जीविका से हम घर से निकले। हरित खाद बना रहे हैं, आगे बढ़ रहे हैं। इसपर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे प्रयास से ही जीविका दीदी आगे बढ़ रही हैं, हरित का जैविक खाद बना रही हैं।अभी बेगूसराय के मटिहानी में इस प्रगति यात्रा पर आए, यह आपकी प्रगति का प्रतीक है। हमने मुख्यमंत्री को बताया कि कैसे हरित खाद और जैविक खाद बनाते हैं। हमने बताया कि प्राकृतिक तरीके से पांच प्रकार की वस्तुओं को मिलाकर हम खाद बनाते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम जीविका दीदी को लगातार आगे बढ़ने का मौका दे रहे हैं, बढ़ा रहे हैं। हमने भी उनसे कहा कि आप ही हैं कि आगे बढ़ रहे हैं। आप ही के कृपा से हम घर से बाहर निकले, इससे हमको बहुत फायदा हो रहा है।

सीएम से कहा, 30 हजार रुपए इनकम होती है

ड्रोन दीदी के नाम से चर्चित निशा ने बताया कि मुख्यमंत्री हमारे स्टॉल पर आए। हमने उन्हें ड्रोन के संबंध में विस्तार से बताया कि स्प्रे करते हैं। मुख्यमंत्री ने पूछा अच्छा स्प्रे हो रहा है। इनकम के संबंध में पूछा तो हमने कहा कि 25 से 30 हजार महीना इनकम हो रहा है। उन्होंने तारीफ की, पूछा कि किसान इसके बारे में समझ रहे हैं तो हमने किसानों के संबंध में विस्तार से बताया। मुख्यमंत्री काफी खुश हुए।

ड्रोन चलाने का प्रशिक्षण प्राप्त किया

ओम जीविका स्वयं सहायता समूह मटिहानी की निशा ने बताया कि 2014 से जीविका समूह से जुड़ी है। समूह में जुड़ने से पहले वह एक सामान्य घरेलू महिला थी। लोगों से मिलने की बात तो दूर, घर से बाहर तक नहीं निकलती थी। समूह में जुड़ाव के बाद निशा की दुनिया ही बदल गई।समूह से ऋण लेकर निशा ने अगरबत्ती बनाने का कार्य शुरू किया और उसकी बचत से खेती और गो पालन भी करने लगी। निशा की यात्रा यहीं नहीं रुकी, वह बिहार के ड्रोन ध्वज वाहिका के रूप में अपनी नई पहचान स्थापित की और हैदराबाद में ड्रोन चलाने का प्रशिक्षण प्राप्त किया। निशा के बच्चे उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।

जीविका ने 14 स्टॉल लगाए थे

उल्लेखनीय है कि कार्यक्रम में जीविका ने 14 स्टॉल लगाए थे। जिस पर कृषि, सतत जीविकोपार्जन योजना, पशुधन, स्वास्थ्य और पोषण, सामाजिक विकास, बीमा और वैकल्पिक बैंकिंग, गैर कृषि से संबंधित स्टॉल थे।कृषि में हरित खाद, जीरो बजट प्राकृतिक खेती और विशिष्ट कृषि उत्पादन, कृषि उद्यमी व कृषि उत्पादक कंपनी, कृषि यांत्रीकरण, ड्रोन, कोनो मीटर, रोटावेटर और अन्य कृषि यंत्र। आलू और केला चिप्स, सहकारिता निबंधन।

स्टॉल पर ग्राहक सेवा संबंध की जानकारी दी गई

सतत जीविकोपार्जन परियोजना में बांस से निर्मित सूप, डलिया, टोकरी, मिट्टी से बनी मूर्ति, गुड़िया, खिलौना, अनंत, धागा, थैला, पर्दा, गेट झालर, गुलदस्ता आदि था। पशुधन स्टॉल पर पशु सखी मॉडल, मत्स्य सखी मॉडल, डेयरी उत्पाद दूध, दही, पनीर और मिठाई से संबंधित था।स्वास्थ्य और पोषण स्टॉल पर खाद्य विस्तार समूह का प्रदर्शन, टेलीमेडिसिन व पोषण उद्यान। सामाजिक विकास स्टॉल पर दीदी का अधिकार केंद्र, जीविका पुस्तकालय, दीदी की नर्सरी आदि की जानकारी थी। बीमा व बैंक वैकल्पिक बैंकिंग स्टॉल पर ग्राहक सेवा संबंध की जानकारी प्रदर्शित की गई थी।

ड्रोन संचालन और इससे होने वाले आय के संबंध में जानकारी लीगैर कृषि स्टॉल पर खाद्य सामग्री में मिश्रित अनाज, शहद, तेल, मसाला, चावल का आटा, पापड, तिलौरी, सत्तू, अचार, बड़ी, श्रृंगार प्रसाधन, बैग, सिलाई घर को प्रदर्शित किया गया था। यहां पर घरेलू उपयोग में आने वाली फिनायल, टॉयलेट क्लीनर, सैनिटाइजर, हैंड वॉश, थाली और पत्तल को प्रदर्शित किया गया था।उन्होंने मटिहानी निवासी ड्रोन दीदी निशा देवी से ड्रोन संचालन और इससे होने वाले आय के संबंध में जानकारी ली। हरित खाद इत्यादि के संबंध में भी उन्होंने विस्तार से जानकारी ली। इसके बाद एक-एक कर सभी स्टॉल पर जाकर मुख्यमंत्री ने महिलाओं से बात की।

Kunal Gupta

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