“बिहार में गंगा नदी पर पटना जिले के कच्ची दरगाह-बिदुपुर पुल इस साल से होगा शुरू
पटना : राज्य में गंगा नदी पर पटना जिले के कच्ची दरगाह से वैशाली जिले के बिदुपुर तक एक्स्ट्राडोज सिक्सलेन केबल पुल पर आवागमन इस साल शुरू हो जायेगा. इसके बनने से झारखंड के इलाके से उत्तर बिहार होते हुए नेपाल सीमा तक पहुंचना आसान हो जायेगा. इस पुल से नवादा, मुंगेर या नालंदा से आने वाली गाड़ियों को उत्तर बिहार जाने के लिए पटना आने की जरूरत नहीं होगी.
दक्षिण बिहार से उत्तर बिहार आवागमन में करीब 60 किमी की दूरी कम हो जायेगी. साथ ही जेपी सेतु, महात्मा गांधी सेतु और राजेंद्र सेतु पर गाड़ियों का दबाव कम हो जायेगा. इस पुल के बनने से पटना जिला में एनएच-30 को वैशाली जिला में एनएच-103 से कनेक्टिविटी मिलेगी. सूत्रों के अनुसार करीब 4988 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत वाली इस परियोजना में मुख्य पुल की लंबाई करीब 9.76 किमी और एप्रोच सहित कुल लंबाई करीब 19.76 किमी होगी.
यह पुल 67 पायों पर केबल के सहारे होगा. इसमें दो पायों के बीच की 160 मीटर की दूरी के बीच का स्ट्रक्चर केबल पर लटका होगा. माॅनसून और बाढ़ के दौरान गंगा के अधिकतम जलस्तर से 12 से 13 मीटर के करीब ऊंचाई होगी. इस कारण इस पुल के नीचे से जल परिवहन वाले जहाजों को गुजरने में सुविधा होगी.
पांच साल देरी से शुरू हुआ था निर्माण कार्य
सूत्रों के अनुसार कच्ची दरगाह-बिदुपुर सिक्स लेन पुल का निर्माण वर्ष 2011 में शुरू होना था, लेकिन इसका निर्माण पांच साल देरी से वर्ष 2016 में शुरू हुआ. साथ ही इस पुल का पब्लिक-प्राइवेट- पार्टनरशिप के तहत निर्माण कार्य पूरा करने की समयसीमा वर्ष 2020 तय की गई थी. इसमें विलंब हुआ.
राघोपुर दियारा को मिलेगी कनेक्टिविटी
इस पुल से राघोपुर दियारा को सड़क कनेक्टिविटी मिलेगी. इसका एप्रोच बन चुका है. अब बख्तियारपुर की तरफ फ्लाइओवर और एप्रोच रोड का निर्माण अंतिम चरण में है. इसकी कनेक्टिविटी बख्तियारपुर फोरलेन से होगी. वहीं, आने वाले कुछ सालों में आमस-दरभंगा नयी फोरलेन सड़क की कनेक्टिविटी भी इस पुल से हो जायेगी. ऐसे में कच्ची दरगाह से बिदुपुर सिक्सलेन पुल उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ने वाली एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगा.