Monday, January 27, 2025
Patna

शारदा सिन्हा,सुशील मोदी और किशोर कुणाल को मरणोपरांत पद्म पुरस्कार;भीम सिंह-निर्मला देवी का भी नाम,”बिहार की 7 को पद्म सम्मान

पटना.लोक गायिका दिवंगत शारदा सिन्हा को मरणोपरांत पद्म विभूषण और दिवंगत बीजेपी नेता सुशील मोदी को पद्म भूषण सम्मान मिला है। वहीं, महावीर मंदिर न्यास समिति के सचिव स्वर्गीय आचार्य किशोर कुणाल को पद्मश्री सम्मान मिला है। यह सम्मान मरणोपरांत दिया गया है।

इसके साथ ही तीन और लोगों को पद्मश्री पुरस्कार दिया गया है। इसमें भोजपुर के सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. भीम सिंह भवेश और मुजफ्फरपुर की निर्मला देवी को यह सम्मान मिला है। इसके अलावा श्री विजय नित्यानंद सूरीश्वर जी महाराज और किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ. हेमंत कुमार को भी पद्मश्री पुरस्कार दिया गया है।

‘नई आशा’ फाउंडेशन के माध्यम से पिछले 22 वर्षों से मुसहर समुदाय के उत्थान के लिए काम करने के लिए भीम सिंह भवेश को पद्मश्री से सम्मानित किया जा रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी ने “मन की बात” के 110वें एपिसोड में मुसहर समुदाय के उत्थान में डॉ. भवेश के प्रयासों की खूब सराहना की थी। वहीं, निर्मला देवी को पारंपरिक कढ़ाई के लिए पद्मश्री से सम्मानित किया जा रहा है।

बम और गोलियों की बौछार के बीच से निकले सुशील मोदी

1992- 93 में पटना विश्वविद्यालय के ठीक सामने वाली सड़क रमना रोड पर बम के धमाके और गोलियां चलने की आवाज आई। सब जगह अफरा-तफरी मच गई। लोग घटनास्थल पर पहुंचे तो पता लगा कि वहां किसी व्यापारी की हत्या कर दी गई थी। उनके परिजनों से मिलने सुशील कुमार मोदी पीले रंग की वेस्पा 150 स्कूटर से उस इलाके से जा रहे थे। तभी अपराधियों ने पहले बम से हमला किया, फिर गोलियों की बौछार कर दी।

उनके साथ उनके बॉडीगार्ड एक रिवाल्वर लिए पीछे की सीट पर बैठा था। हालांकि, इस घटना में सुशील कुमार मोदी को गोली नहीं लगी। लेकिन बम के दो चार स्प्रिंटर उन्हें लगे थे, जिससे वो घायल हो गए थे। इसके अलावा भी उन पर कई बार जानलेवा हमला किया गया। लाठी डंडों से पिटाई भी की गई। लेकिन सुशील कुमार मोदी ने राष्ट्रीय जनता दल और लालू यादव की सरकार के खिलाफ लड़ाई जारी रखी थी।

पापा को गाना सुनाकर मायके से विदा हुईं थीं शारदा सिन्हा

शारदा जी की शादी हुई। वह घर से विदा होने वाली थीं। गाड़ी तक आ गईं। पिता ने कहा, एक गीत सुनाकर जाओ। दुल्हन बनीं शारदा जी वापस घर में लौटी। आंगन में परिवार के लोग बैठे। शारदा जी ने गाना शुरू किया। समदौन और उदासी, दोनों मिलाकर। आंगन में बैठे परिजन, परिवारजन का विछोह राग के संग आंसू बन निकलता रहा। शारदा जी विदा हुईं।

जब शारदा सिन्हा से मांग ली थी घूस

शारदा सिन्हा एक बार बिहार के भ्रष्ट सिस्टम की शिकार हो गईं। कला संस्कृति विभाग में कार्यक्रम देने के बदले शारदा सिन्हा से अफसरों ने कमीशन की मांग की थी। उन्हें कमीशन देने से इनकार कर दिया। लोगों ने पूछा तो कहा कि मैं पैसा देकर कार्यक्रम नहीं ले सकती।उस समय विनय बिहारी कला संस्कृति विभाग के मंत्री थे। उन्होंने मंत्री रहते हुए कहा था कि हमारे विभाग में अफसरशाही इस तरह हावी हो गई है कि फेमस कलाकार से कमीशन की मांग की गई।

विश्व के सबसे बड़े मंदिर का किशोर कुणाल करवा रहे थे निर्माण

किशोर कुणाल अभी बिहार के पूर्वी चंपारण के केसरिया में अयोध्या की तरह विश्व के सबसे बड़े मंदिर भव्य विराट रामायण मंदिर का निर्माण करवा रहे थे। ये उनका ड्रीम प्रोजेक्ट था। इसके लिए वह कई साल से कार्य कर रहे थे। वर्ष 2027 तक मंदिर के तीन मंजिले भवन का निर्माण पूरा करना उनका लक्ष्य था, ताकि रामनवमी से लोग वहां स्थापित भगवान की प्रतिमा का दर्शन कर सके। उनके अनुसार उस मंदिर का आकर 1080 फीट लंबा और 540 फीट चौड़ा होगा। इसमें कुल 12 शिखर होंगे। वही मंदिर शिवलिंग स्थापित किया जाएगा वह 33 फीट ऊंचा और 33 फीट चौड़ा होगा।

इसके अलावा सहस्त्र लिंगम में 1008 शिवलिंग होंगे। इस मंदिर को बनाने के लिए मजदूर 24 घंटा कार्य कर रहे हैं। यह मंदिर अब आकार भी लेने लगा है। विराट रामायण मंदिर का एक भव्य मॉडल किशोर कुणाल ने महावीर मंदिर में बनवा कर रखा है ताकि लोग उस मंदिर के बारे में जान सके।पिछले साल ही जून 2023 किशोर कुणाल मंदिर का नींव डालने के लिए केसरिया गए थे। वहां पर भव्य तरीके से पूजा पाठ करवा कर मंदिर का निर्माण कार्य शुरू करवाया था। करीब 500 करोड़ की लागत से इस मंदिर का निर्माण किया जा रहा है।

भीम सिंह ने बच्चों को नामांकन कराया, लाइब्रेरी भी खोली

भोजपुर के समाजसेवी डॉ. भीम सिंह भवेश ने करीब 8000 से ज्यादा मुसहर समुदाय के बच्चों का सरकारी स्कूलों में नामांकन करवाया और उन लोगों के लिए एक लाइब्रेरी भी खोली। भीम सिंह बच्चों को डॉक्यूमेंट और फॉर्म भरवाने में मदद करते हैं। भोजपुर और बक्सर जिले में इन्होंने 100 से ज्यादा मेडिकल कैंप लगाए और कोरोना काल में भी लोगों की काफी मदद की।2024 में पटना में आयोजित कार्यक्रम में भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने भी भीम सिंह भवेश को सम्मानित किया था।

निर्मला देवी ने 1000 से अधिक महिलाओं को प्रशिक्षित किया

गायघाट थाना क्षेत्र के भुसरा गांव की निर्मला देवी को न सिर्फ सुजनी कलाकृति को जीवित रखा, बल्कि इसे देश भर के शहरी बाजारों और विश्व स्तर पर लोकप्रिय भी बनाया है। निर्मला ने सुजनी कढ़ाई में 15 से अधिक गांवों की 1000 से अधिक महिलाओं को प्रशिक्षित किया है। साथ ही आजीविका के लिए सक्षम बनाया है। मुजफ्फरपुर की सुजनी कढ़ाई को जीआई टैग भी मिला है। निर्मला सुजनी कला की एंबेसडर भी हैं।सुजनी कढ़ाई का इस्तेमाल रजाई या बिस्तर के बिछावन के रूप में किया जाता है। सुजनी कढ़ाई का इस्तेमाल साड़ियों, शॉल, कुर्ता और कुशन पर भी किया जाता है।

सीएम नीतीश ने दी बधाई

सीएम नीतीश कुमार ने बिहार कोकिला स्व. शारदा सिन्हा को कला के क्षेत्र में पद्म विभूषण, स्व. सुशील कुमार मोदी को लोक कार्य के क्षेत्र में पद्म भूषण और आचार्य किशोर कुणाल को सिविल सेवा के क्षेत्र में पद्म श्री से सम्मानित करने की घोषणा पर खुशी जताई है। साथ ही भीम सिंह भवेश को समाज सेवा के क्षेत्र में, डॉ. हेमंत कुमार को मेडिसिन के क्षेत्र में, निर्मला देवी को कला के क्षेत्र में और विजय नित्यानंद सुरीश्वर जी महाराज को अध्यात्मवाद के क्षेत्र में पद्मश्री से सम्मानित किए जाने पर बधाई दी है।

Kunal Gupta

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!