“बेटियों ने बिहार को दिलाया चैंपियन का खिताब,देश के अलग-अलग राज्यों की टीम में शामिल थी
बीहट.टूर्नामेंट में कुल 18 टीमों ने भाग लिया था इस टूर्नामेंट में कुल 18 टीमों ने भाग लिया था। इसमें देश के अलग-अलग राज्यों की टीम में शामिल थी। बिहार टीम में टीम कोच के रूप में बेगूसराय मटिहानी की बहू एशियाड प्लेयर रही अस्मिता कुमारी थी। बिहार टीम की जीत पर खेल विभाग के प्रधान सचिव राजेंद्र, सचिवालय स्पोर्ट्स कांप्लेक्स के सचिव महेंद्र कुमार, जिला कबड्डी संघ के चेयरमैन श्यामनन्दन सिंह पन्नालाल, सचिव सरोज कुमार, पूर्व खिलाड़ी बबिता कुमारी, आरती कुमारी, नव्या, सहित अन्य ने अपनी शुभकामनाएं दी है।
बीहट कहते हैं कि कबड्डी मैदान में जब बेटियां होती हैं तो देश के लिए मेडल भी लाती है और लोगों का दिल भी जीतती है। कुछ ऐसा ही कर दिखाया बिहार की ओर से कबड्डी खेलते बीहट की पांच बेटियों ने। एक साथ बेगूसराय बिहार के नेतृत्व में बीहट की पांच कबड्डी खिलाड़ियों ने नया इतिहास रच दिया। 22 वर्षों बाद बिहार को यह खिताब इन बेटियों के दमखम से मिल पाया। ऑल इंडिया सिविल सर्विसेज कबड्डी टूर्नामेंट में पहली बार बिहार महिला वर्ग की टीम फाइनल में पहुंचकर हिमाचल को 45-25 से हराकर चैंपियन बनी। इस टीम की कप्तान बीहट की बेटी देवयन्ती कुमारी थी औऱ इनका साथ दे रही थी बीहट की और चार बेटियां।
इन बेटियों में इब्राहिमपुर टोला के भूषण सिंह की बेटी देवयन्ती कुमारी के हाथ में जहां कप्तान का कमान था, वहीं नगर परिषद बीहट के वार्ड 29 निवासी सिकन्दर सिंह की बेटी रिया कुमारी, बीहट खेमकरणपुर टोला निवासी पप्पू कुमारी की बेटी कोमल कुमारी, इब्राहिमपुर टोला निवासी स्व सागर सिंह सरिता कुमारी, स्व महेन्द्र सिंह की बेटी अंकिता कुमारी का सहयोग। एक साथ इन 5 बेटियों के कुशल नेतृत्व, मार्गदर्शन और खेल क्षमता के बलबूते ऑल इंडिया सिविल सर्विसेज कबड्डी टूर्नामेंट में पहली बार बिहार महिला वर्ग की टीम विजेता बनी।
दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में हुए ऑल इंडिया सिविल सर्विसेज टूर्नामेंट में बिहार ने यह उपलब्धि हासिल की। शुरुआती दौर से बिहार की टीम ने शानदार खेल दिखाया। अपने सभी लीग मैच जीतते हुए बिहार की टीम ने सेमीफाइनल में दिल्ली को 30-5 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया और फाइनल में हिमाचल को 45- 25 से हराया।