“मौसम अपडेट:बिहार के 19 जिलों में बारिश का अलर्ट, बढ़ेगी ठंड:अधिकतर जिलों का न्यूनतम तापमान..
“मौसम अपडेट:पटना.बिहार के मौसम में आज से बदलाव देखने को मिलेगा। मौसम विभाग पटना की ओर से राज्य के 6 जिलों में अगले 48 घंटे के दौरान बारिश, आकाशीय बिजली गिरने के साथ ही मेघ गर्जन की संभावना जताई गई है। इसको लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।इन 6 जिलों में भभुआ, रोहतास, बक्सर, भोजपुर, औरंगाबाद और अरवल शामिल हैं। बारिश होने के बाद इन जिलों में ठंड में भी इजाफा देखने को मिलेगा। मौसम में यह बदलाव पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवाती परिसंचरण के कारण देखने को मिल रहा है।
इन जिलों में छाए रहेंगे बदल
मौसम विभाग ने बताया कि पटना, गया, नालंदा, शेखपुरा, नवादा, बेगूसराय, लखीसराय, जहानाबाद, भागलपुर, बांका, जमुई, मुंगेर और खगड़िया में बादल छाए रहने की संभावना है। कई इलाकों में हल्की छिटपुट बारिश भी देखने को मिल सकती है। इस दौरान दिन में ठंडक रहेगी। लेकिन, रात के तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी।
मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार 28-29 दिसम्बर से उत्तर-पश्चिम भारत में पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव देखने को मिल सकता है। साथ ही एक चक्रवाती परिसंचरण पूर्वी बांग्लादेश, उत्तरी पंजाब और उसके आसपास 1.5 किमी ऊपर बना है।इस दौरान निचले वायुमंडल में पूर्वी एवं पश्चिमी हवाओं के समिश्रण होने से बिहार के मौसम में परिवर्तन होने की संभावना है। इसके कारण इस अवधि के दौरान राज्य के दक्षिण के अधिकांश इलाकों के कुछ स्थानों में हल्के से मध्यम स्तर की वर्षा तथा आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना है।
मौसम विभाग ने किसान के लिए सलाह जारी किया
विभाग की ओर से जारी लेटर में किसान को यह सलाह दी गई है कि कटे तथा खुले स्थान में रखे हुए फसल को सुरक्षित स्थान पर भंडारण करने की व्यवस्था कर लें, ताकि पानी, नमी से फसल का बचाव हो सके।
अधिकतर जिलों का न्यूनतम तापमान 9 से 16 डिग्री सेल्सियस की बीच
मौसम वैज्ञानिक के अनुसार जब तक न्यूनतम तापमान दो अंकों में रहता है। तब तक ठंड नहीं माना जाता है। अभी राज्य के अधिकतर जिलों का न्यूनतम तापमान 9 से 16 डिग्री सेल्सियस की बीच बना हुआ है। ऐसे में जब तक यह तापमान 6 से 8 डिग्री या फिर उससे भी काम ना चला जाए, तब तक ठंड नहीं माना जाता है।
ठंड बढ़ने से बीमारियां भी बढ़ेगी
ठंड बढ़ने से बीमारियों में भी इजाफा देखने को मिलेगा। सीनियर फिजीशियन डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने बताया कि ‘ठंड की वजह से हाइपोथर्मिया, कार्डियक अरेस्ट, ब्रेन हेमरेज, सर्दी जुकाम और अस्थमा से ग्रसित मरीजों की संख्या भी बढ़ जाती है। वजह ठंड तो होता ही है। साथ में वायु प्रदूषण भी बहुत हद तक जिम्मेदार होता है।