“मैं हिंदू हूं वो मुस्लिम,इसलिए पत्नी को उठा ले गए’:लड़का बोला- दिल्ली में शादी की, झूठ बोलकर बुलाया
मुजफ्फरपुर के प्रेमी जोड़े ने दिल्ली में भागकर शादी रचा ली। लड़की मुस्लिम है और लड़का हिंदू। पति का कहना है कि ’23 दिसंबर की शाम मेरे ससुराल वालों ने धोखे से हम दोनों को मिलने के लिए सीतामढ़ी बुलाया था। मेरी आंखों के सामने जबरन पत्नी को गाड़ी में बैठाकर ले गए। आज पांच दिन हो गए हैं, अब तक पत्नी से बातचीत नहीं हो पाई है। न कुछ पता चल रहा है।’ मामला औराई थाना क्षेत्र के एक गांव का है।
प्रेमी लोकेश कुमार अपनी ही गांव की रहने वाली प्रेमिका शमा परवीन से 3 साल से प्यार करता था। 6 दिसंबर को दोनों एक साथ भागकर दिल्ली पहुंचे थे। यहां उन्होंने एक मंदिर में हिंदू रीति रिवाज से शादी की। इसके बाद दोनों ने कोर्ट मैरिज भी की। 16 दिसंबर को मुजफ्फरपुर के औराई आए थे।
भास्कर रिपोर्टर से वीडियो कॉल पर बातचीत में पति लोकेश ने बताया कि ‘9 दिसंबर को दिल्ली में हमने कोर्ट मैरिज की। मेरी पत्नी शमा और मैं एक ही गांव के रहने वाले हैं। 16 दिसंबर की रात हम लोग अपने घर मुजफ्फरपुर के औराई आए। घर पहुंचने के महज एक घंटे के अंदर गाय घाट और औराई थाने की पुलिस हमारे घर आ पहुंची। मुझे पता नहीं था कि हम लोगों पर पहले से मुकदमा है। पुलिस हमें साथ ले गई। ससुर ने गलत FIR दर्ज कराई थी।’
ससुर ने दर्ज कराई थी झूठी FIR
लोकेश ने आगे बताया कि ‘ससुर ने गाय घाट थाने में अपनी बेटी के गुम होने की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। शिकायत में कहा था कि वह अपनी पत्नी और बच्ची के साथ इलाज कराने दरभंगा जा रहे थे। गाय घाट थाना क्षेत्र के जारंग चौक के पास उनकी पत्नी की तबीयत खराब हुई। वह अपनी पत्नी का दवा लाने गए। इसी दौरान उनकी बेटी गाड़ी से गायब हो गई। ये मामला गलत है।’
‘हम दोनों ने भागकर शादी की थी। 17 दिसंबर को 164 का बयान दर्ज हुआ। पत्नी ने हमारे फेवर में बयान दिया। कहा कि वह मेरे साथ ही रहना चाहती है। कोर्ट के आदेश के बाद हम दोनों साथ में घर में रहने लगे।’
लोकेशन ने बताया ’23 दिसंबर को पत्नी शमा के घर वालों ने उसे फोन किया। हम दोनों को मिलने के लिए सीतामढ़ी बुलाया। कहा था कि शमा का सर्टिफिकेट, कपड़ा, यूज का सामान और अन्य चीजें हमारे घर पर ही था। वो ले लो। वहां हम बालू चौक के पास रुके थे। ससुराल वाले पुरानी बातों को लेकर अग्रेसिव हो गए। कहासुनी हो गई। इसी बीच भाई को बुलाया। जबरन मेरी पत्नी को गाड़ी से उतारकर अपनी गाड़ी में बैठाया और उसे साथ ले गए।’
DGP को मेल भेजकर लगाई गुहार
‘मैं लगातार अपनी पत्नी की बरामदगी के लिए पुलिस अधिकारियों से गुहार लगा रहा हूं। पत्नी का नंबर ऑफ आ रहा है। अभी तक कोई मुलाकात नहीं हुई है। 24 दिसंबर को ही थाना में आवेदन दिए थे, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। मैंने सीतामढ़ी एसपी के अलावे मुजफ्फरपुर एसएसपी और डीजीपी को मेल कर पत्नी की बरामदगी की गुहार लगाई है।’
‘जब न्याय नहीं मिला तो जिस कोर्ट ने हमें साथ रहने की इजाजत दी थी, उस कोर्ट से न्याय की गुहार लगाई। कोर्ट ने अब गाय घाट थाना की पुलिस को शमा को खोज कर लाने का आदेश दिया, लेकिन अब तक पुलिस उसे बरामद नहीं कर पाई है।’